उदयपुर। 18 सितम्बर 2022। श्रीमद् दयानन्द सत्यार्थ प्रकाश न्यास, नवलखा महल उदयपुर स्थित के नवलखा महल सांस्कृतिक केन्द्र के तत्वावधान में स्मृतिशेष माननीय घनश्याम सिंह जी कृष्णावत की जयन्ती के उपलक्ष्य में कवि सम्मेलन का आयोजन के अवसर पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन,उदयपुर के अध्यक्ष डॉ. आनन्द गुप्ता ने कहा कि स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह जी कृष्णावत को तत्कालीन समय का भामाशाह कहा जाये तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। माननीय श्री घश्याम सिंह जी समाज सेवा के साथ साथ विभिन्न संस्थाओं को पुनीत कार्याें हेतु भामाशाह की भांति दान भी प्रदान करते थे। होटल उद्योग को भी उन्होंने नये नये आयाम प्रदान किए। उनकी स्मृति में नवलखा महल सांस्कृति केन्द्र में कवि सम्मेलन का आयोजन करने से उनके द्वारा किए गए कार्याें से जन जन को प्रेरणा मिलती है इसके लिए श्रीमद् दयानन्द सत्यार्थ प्रकाश न्यास के पदाधिकारी साधुवाद के पात्र हैं।
सभा को सम्बोधित करते हुए प्रादेशिक परिवहन अधिकारी पी.एल.बामणिया ने कहा कि स्वर्गीय श्री घनश्याम सिंह जी कृष्णावत का योगदान स्वास्थ्य सेवाओं में सहयोग के अतिरिक्त रक्तदान कार्यक्रमों, शहर के चतुर्दिक विकास में भी रहा है उनसे सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस अवसर पर सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शंकर बामणिया ने कहा कि नवलखा महल में श्रीमद् दयानन्द सत्यार्थ प्रकाश न्यास द्वारा जो प्रकल्प तैयार किए गए हैं उनसे आमजन यहां आकर भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों का दिग्दर्शन प्राप्त करते हैं। यहां 16 संस्कारों जो प्रकल्प तैयार किया गया है वह अद्भुत है ऐसा प्रकल्प अभी तक विश्व जगत् में कहीं पर भी तैयार नहीं हुआ है।
इस अवसर पर होटल चूण्डा पैलेस,उदयपुर के प्रोप्राइटर यदुराज सिंह जी कृष्णावत ने कहा कि नवलखा महल में ऐसे क्रान्तिकारियों के चित्र प्रकाशित किए गए हैं जिन्होंने अपना जीवन समर्पित किया परन्तु आमजन की स्मृति में उनका नाम नहीं है। ऐसे महापुरुषों के योगदान से आमजन यहां आकर परिचित होता है साथ ही आर्यावर्त चित्रदीर्घा के माध्यम से मनीषियों,संन्यासियों,युग पुरुषों के जीवन से हमें प्रेरणा प्राप्त होती है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डर्माडेन्ट क्लिनिक,उदयपुर के सीईओ एवं प्रसिद्ध चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ.प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि नवलखा महल वह स्थल है जहां युग प्रवर्तक महर्षि दयानन्द सरस्वती ने साढ़े छह माह विराजकर सत्यार्थ प्रकाश का प्रणयन किया था। परन्तु यह महल सरकार के स्वामित्व में होने के कारण यहां आबकारी विभाग का शराबका गोदाम था जिसे लम्बे प्रयासों के पश्चात् वर्ष 1993 में प्राप्त हुआ उसके पश्चात् यहां से सामाजिक, सांस्कृतिक,शैक्षिक, सामुदायिक विकास जैसे प्रकल्प चलाये जा रहे हैं। आर्य समाज के दानदाताओं के सहयोग से नवलखा महल में नये नये प्रकल्प स्थापित किए गए हैं। आज यहां के प्रकल्पों के कारण नवलखा महल विश्व पटल पर अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहां पर श्री सुरेश चन्द्र दीनदयाल गुप्त मल्टीमीडिया सेन्टर की स्थापना की गई है वहीं दानदाताओं के सहयोग से 16 संस्कारों की संस्कार वीथिका का निर्माण किया गया है।
इस अवसर पर स्मृतिशेष माननीय श्री घनश्याम सिंह जी कृष्णावत के पुत्र श्री वीरमदेव सिंह किृष्णावत ने कहा कि यहां के प्रकल्पों से प्रेरणा लेकर माननीय श्री घनश्याम सिंह जी कृष्णावत की स्मृति में हमने नवलखा महल स्थित अतिथि कक्षों के सौन्दर्यीकरण करने हेतु इनके नवीनीकरण का कार्य हाथ में लिया और यह कार्य अतिशीघ्र पूर्ण हो जायेगा।
इसके पश्चात् काव्य संध्या का आयोजन किया गया जिसका संचालन प्रसिद्ध कवि ब्रजराज सिंह जगावत ने किया। काव्य संध्या में कवि श्रेणीदान जी चारण,ब्रजराज सिंह जी जगावत, शिवदान सिंह जी जोलावत,रामदयाल जी यादव, नन्दलाल जी ओझा, पुष्कर जी गुप्तेश्वर,डा. के. एल. यादव ,डा. कुंजन जी आचार्य,पी.एल. बामनिया जी, जगदीश तिवारी जी,साकेत कुमार, रविन्द्र ने अपनी अपनी प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का प्रारम्भ यज्ञ से इन्द्रप्रकाश यादव के पुरोहित्य में हुआ। इसके पश्चात् अतिथियों ने नवलखा महल स्थित आर्यावर्त चित्रदीर्घा, सुरेश चन्द्र दीनदयाल गुप्त मल्टी मीडिया सेन्टर इत्यादि का अवलोकन किया।
इस अवसर पर अतिथियों/कवियों/विद्यार्थियों इत्यादि को ओ3म् उपरणा, पगड़ी एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष कुलदीप ंिसह सुवावत,उपाध्यक्ष विष्णु रेबारी, महासचिव कपिश जैन,संयुक्त सचिव सुश्री महिमा वैष्णव, मीरा कन्या महाविद्यालय,उदयपुर की छात्रसंघ अध्यक्ष सुश्री किरण वैष्णव, उपाध्यक्ष मुमुक्षा शर्मा, महासचिव सुश्री दिशा तावड़, संयुक्त सचिव सोनू मीणा, गुरुनानक कन्या महाविद्यालय,उदयपुर छात्रसंघ अध्यक्ष सुश्री अनिशा जाट, उपाध्यक्ष काजल गाछा, महासचिव श्रुति वर्मा, सुयुक्त सचिव सुश्री वंशिका कुमावत, समाजसेवी सुश्री मोनिका कण्डारा, शिवनारायण मामा पहलवान, पहलवान आकाश सेन, राष्ट्रीय गोल्ड मेडल विजेता सुश्री सोनाक्षी पंडित का भी सानिध्य प्राप्त हुआ जिनको स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में आर्य समाज,हिरणमगरी,उदयपुर के प्रधान भंवर लाल आर्य, न्यास के संयुक्त मंत्री डॉ. अमृतलाल तापड़िया, मंत्री भवानीदास आर्य, न्यासी श्रीमती ललिता मेहरा,कार्यालय मंत्री श्री भंवर लाल गर्ग, जन सम्पर्क सचिव विनोद राठौड़,श्रीमती सरला गुप्ता, कर्नल सोहनलाल, आर्य समाज पिछोली के हेमांग जोशी, विजय बंसल, रमेश पालीवाल, गाइड शम्भूलाल, सेवक श्री देवीलाल पारगी तथा शहर के आर्य समाज से जुड़े पदाधिकारी एवं आर्यजन उपस्थित थे।
इन्द्रप्रकाश यादव के शांतिपाठ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।