– ऐतिहासिक पर्यटक स्थल नीमच माता परिसर मे की साफ सफाई
– सैंकडो युवाओं तथा शहर के नागरिको ने श्रमदान कर हटाया एक टन कचरा
उदयपुर। नगर के ऐतिहासिक पर्यटक स्थल नीमच माता परिसर मे भाजपा स्वच्छ भारत मिशन प्रदेश संयोजक, पूर्व सभापति डंूगरपुर केके गुप्ता के सानिध्य मे रविवार प्रात: सफाई अभियान का आगाज किया गया।
अभियान के तहत सैंकड़ों युवाओं ने तथा शहर के गणमान्य नागरिकों ने स्वच्छता के प्रति स्नेह और प्यार दिखाते हुए वहां पडी गंदगी, प्लास्टिक को साफ करके मां नीमच माता से आशीर्वाद लिया। इस अभियान में बहुत से युवाओं ने लगभग एक टन कचरा एकत्रित करके स्वच्छता के लिए कार्य किया तथा हमारे धार्मिक स्थल को पवित्र बनाने में भी सहयोग किया है।
इस पुनीत कार्य के संदर्भ मे गुप्ता ने बताया कि स्वच्छता से हर व्यक्ति जुड़ रहा है तथा इसकी महत्वता को भी समझ रहा है। हमारे पवित्र स्थान जिन को साफ रखने की जिम्मेदारी छोटे से छोटे और बड़े से बड़े व्यक्ति की है। जब तक जनभागीदारी नहीं जुड़े तब तक ना तो शहर स्वच्छ हो सकते हैं ना ही ग्राम स्वच्छ हो सकते हैं और ना ही हमारे धार्मिक स्थान स्वच्छ हो सकते हैं। यह देश के 131 करोड़ लोगों के सहयोग से ही संभव है।
– स्वच्छ भारत अभियान की मंशा समझे
उन्होने कहा कि स्वच्छता बनाये रखना हम जनप्रतिनिधि या सरकारी अधिकारियों की जिम्मेदारी नहीं कह सकते, यह जिम्मेदारी केवल और केवल आमजन की है। स्वच्छ भारत मिशन की ताकत हमें समझनी होगी। देश बदल रहा है आगे बढ़ रहा है इस आगे बढ़ते हुए देश में हमारी क्या भूमिका है? क्या सहयोग है? यह तय करना होगा यह किसी भी भूमिका में हो सकता है धर्म के प्रति हमें सबसे पहले हमारे धार्मिक स्थलों को साफ करना होगा। अभी हमारे देश में कुछ चमत्कार हो रहा है जो हो हम बहुत नजदीक से देख रहे हैं 500 वर्ष से जिस राम मंदिर भूमि पर राम मंदिर का निर्माण की स्थापना और उसमें जन जन का सहयोग हम सबके लिए प्रेरणादायक है।
– पर्यटक स्थल रहेंगे साफ, तो बढ़ेगा पर्यटन
गुप्ता ने कहा कि हमें ऐतिहासिक पर्यटक स्थलों को गंदा नहीं करना चाहिए और यदि ये गंदे हो गये हैं तो, हमें इसे साफ करना चाहिए क्योंकि इसके लिए हम ही जिम्मेदार हैं। इस जिम्मेदारी को सभी भारतीय नागरिकों को समझने की आवश्यकता है। हमें हमारी सोच को बदलने की आवश्यकता है क्योंकि केवल इसी के द्वारा हम भारत को स्वच्छ रख सकते हैं। बहुत से स्वच्छता संसाधन और प्रयास तब तक अधिक प्रभावशाली नहीं होगें जब तक कि हम अपनी सोच नहीं बनाते कि, पूरा देश हमारे घर की तरह है और हमें इसे स्वच्छ रखना है। यह हमारी सम्पत्ति है, न कि दूसरों की। हमें यह समझने की जरुरत है कि, एक देश घर की तरह होता है, जिसमें बहुत से परिवार के लोग संयुक्त परिवार की तरह रहते हैं। हमें यह मानना चाहिए कि, घर के अंदर की वस्तुएं हमारी अपनी सम्पत्ति हैं और उन्हें कभी भी गंदा नहीं होने देते उसी तरह से पवित्र स्थानों को भी हम अपना घर मानकर साफ सुथरा रखें।
– गंदगी से फैलती है बीमारियां, इससे बचे और स्वच्छता अपनाएं
गुप्ता ने कहा कि हमें हमारे स्थानीय स्तर के छोटे-छोटे स्थानों को भी पवित्र बनाना होगा। गंदगी से बीमारियां फैलती है। मानसिक रूप से अशांति मिलती है। जो बीमारियां गंदगी से फैलती है उस में मुख्य रूप से डेंगू, बुखार, उल्टी, दस्त, टाइफाइड, मलेरिया जैसी गंभीर बीमारियों से बचने के लिए हमें स्वच्छता अपनानी होगी। हमारा देश जो विश्व गुरु बनने जा रहा है उसमें हमारे सभी का किसी न किसी रूप में सहयोग होना चाहिए। यह जो धरती है यह हमारी मां है, इस मां को गंदा करने का अधिकार किसी को नहीं है। अगर कोई इस धरती मां पर कचरा डालकर उसे गंदा करता है धरती मां उसे कभी माफ नहीं करेगी। आज भी अमूमन देखने में आता है कि लोग बड़ी-बड़ी पार्टियां में या किसी भी स्टाल पर खड़े होते हैं या कोई भी वैपर का पैकेट लेकर जाते हैं तो कहीं भी खाली पेपर के पैकेट को डाल देते हैं। गंदगी फैलाते हैं सरकार और सफाई कर्मचारियों के लिए परेशानी खड़ी करते हैं तथा बड़े प्रेम से कहते हैं कि यह काम हमारा नहीं है यह वास्तव में अगर यह काम किसी का है तो जनता का है और जनता को ही इसे करना पड़ेगा। तब जाकर हमारा शहर गांव ढाणी स्वच्छ रह सकता है। हमें स्वयं एवं हमारे मिलने वाले हमारे परिवार वालों को इन बातों के लिए प्रेरित कर तथा शहर में फैली हुई गंदगी को साफ करने के लिए 1 सप्ताह में 1 घंटे श्रमदान के माध्यम से सहयोग करना है। हमारा यह सहयोग धरती मा को पवित्र बनाने में सहयोग करेगा तथा देश को विश्व गुरु बनने में सहायक सिद्ध होगा ।
– डंूगरपुर नगर की स्वच्छता का सारा श्रेय वहां के बच्चो को
अपनी उपलब्धियो के बारे मे गुप्ता ने बताया कि मैं डूंगरपुर जनजाति क्षेत्र से आया हूं वहां नगर मे 22373 बच्चे पढ़ते हैं। देश में स्वच्छता में अव्वल आने पर यह सारा श्रेय हमारे शहर के बच्चों को उनके माता-पिता को उनके परिवार को जाता है। जिन्होंने स्वच्छता की गहराई को समझा और आज डूंगरपुर शहर पूरे विश्व पटल पर स्वच्छता के नाम से जाना जाता है। यह डूंगरपुर शहर के लिए बहुत बड़े गौरव की बात है यह वह इतिहास है जिसको कभी मिटाया नहीं जा सकता तथा सदैव अमर रहेगा।
– पर्यावरण व जल संरक्षण मे डंूगरपुर रहा है अव्वल
गुप्ता ने बताया कि पर्यावरण व जल के लिए भी डूंगरपुर शहर में ऐतिहासिक कार्य हुआ जिसमें जनभागीदारी का विशेष महत्व रहा और आज डूंगरपुर केवल स्वच्छता ही नहीं पर्यावरण ही नहीं शुद्ध जल के नाम से भी जाना जाता है। वैसे डूंगरपुर चाहे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान हो गौ सेवा का कार्य हो गरीब के भोजन की व्यवस्था हो पर्यटक स्थलों का निर्माण हो शहर के शिवालयों की पूजा पाठ हो हर क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना कर सारे राजस्थान के लिए प्रेरणादायक बना है।