सम्मेलन में केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री श्री श्रीपद येसो नाइक; गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय; सचिव (गृह) श्री अजय कुमार भल्ला; सचिव (पर्यटन) श्री अरविंद सिंह; महानिदेशक (बीपीआरएंडडी, एमएचए) श्री बालाजी श्रीवास्तव; संयुक्त सचिव (विदेशी प्रभाग, एमएचए); राजस्थान, केरल, गोवा व मेघालय राज्यों के राज्य पर्यटन सचिव; सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के डीजी/आईजी तथा एमएचए, एमओटी, बीपीआरएंडडी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
सभी राज्यों/ संघ शासित प्रदेशों के पुलिस विभाग के महानिदेशकों/ महानिरीक्षकों के राष्ट्रीय सम्मेलन का एजेंडा घरेलू एवं विदेशी लोगों को पर्यटन स्थलों में और आसपास सुरक्षित इकोसिस्टम प्रदान करने के लिए अखिल भारतीय स्तर पर एक समान पर्यटक पुलिस योजना का कार्यान्वयन है, क्योंकि किसी भी पर्यटक की पहली और सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता संरक्षा व सुरक्षा होती है। सम्मलेन में उपयुक्त भूमिकाओं, जिम्मेदारी और प्रशिक्षण पहलुओं के साथ पर्यटक विशिष्ट पुलिस व्यवस्था विकसित करने पर भी विचार-विमर्श किया जायेगा।
सम्मेलन के दौरान, बीपीआरएंडडी द्वारा तैयार की गई ‘पर्यटक पुलिस योजना’ की रिपोर्ट पर विचार-विमर्श किया जाएगा और बीपीआरएंडडी रिपोर्ट के निष्कर्षों तथा सिफारिशों को एमएचए, एमओटी और राज्य सरकारों/संघ शासित प्रदेशों के प्रशासन के प्रतिनिधियों के साथ साझा किया जायेगा। सम्मेलन में राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा पुलिस कर्मियों की एक समर्पित टीम विकसित करने पर भी चर्चा की जाएगी, जो विदेशी और घरेलू पर्यटकों की आवश्यकताओं की देखभाल, उनकी संरक्षा और सुरक्षा की दिशा में काम कर सके।
राष्ट्रीय पर्यटक पुलिस योजना सम्मेलन का उद्देश्य पर्यटन मंत्रालय, गृह मंत्रालय, पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो और राज्य सरकारों/ संघ शासित प्रदेशों के प्रशासन को एक मंच पर लाना है, ताकि वे राज्य/यूटी पुलिस विभाग के निकट समन्वय में मिलकर काम कर सकें और अखिल भारतीय स्तर पर एक समान पर्यटक पुलिस योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विदेशी और घरेलू पर्यटकों की विशिष्ट आवश्यकताओं के बारे में उन्हें संवेदनशील बना सकें। यह वैश्विक स्तर पर भारत की संरक्षा और सुरक्षा संबंधी धारणा को बदल देगा और भारत को दुनिया भर में एक जरूरी यात्रा गंतव्य बनाने में मदद करेगा।