उदयपुर.यूटीडीएफ की श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर गुरुवार शाम 7.30 बजे पीछोला झील के उदय श्याम मंदिर घाट,पंचदेवरिया घाट, गणगौरघाट और लाल घाट पर एक साथ महाआरती मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के मुख्य आतिथ्य में हुई। इस अवसर पर लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि मेवाड़ ने आज से 500 साल पहले देश-दुनिया में जल संरक्षण-संवर्धन की मिसाल पेश करने के लिए झीलों व अन्य अहम जलाशयों का विशेष तकनीक के साथ निर्माण किराया। इस बारिश में जलराशि से लबालब जलाशयों पर मेवाड़वासी जल महोत्सव जैसी खुशी मना रहे हैं। बारिश के दिनों में विदेशी जल वैज्ञानिक जब उदयपुर के जल संरक्षण का अध्ययन करने आते हैं तो यह जानकर हैरान रह जाते हैं कि यहां प्रतिवर्ष 18-20 हजार करोड़ लीटर पानी सहेजा जाता है। जबकि उदयपुर जिले की जरूरत महज 11 हजार करोड़ लीटर पानी ही है। यह मेवाड़ की जल संरक्षण-संवर्धन के लिए जमीनी स्तर पर दूरदर्शिता के साथ किए गए कामों का जीवंत प्रमाण है। हमारे पुरखों द्वारा स्थापित इन झील-जलाशयों का वर्तमान में संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रत्येक मेवाड़वासी को आगे आना होगा। जन जागरुकता के लिए ऐसे धार्मिक आयोजन होते रहना चाहिए।
मेवाड़ ने झीलों का निर्माण कराकर 500 साल पूर्व पेश की देश-दुनिया में जल संरक्षण-संवर्धन की मिसाल, अब हर मेवाड़ी को आगे आना होगा : लक्ष्यराज सिंह मेवाड़
