भीलवाड़ा गोलीकांड मामले में पुलिस की चूक आई सामने

भीलवाड़ा गोलीकांड मामले में पुलिस की चूक आई सामने
जिस नाबालिग ने तीन पिस्टल खरीदना कबूला था, उसे बिना जब्त किए छोड़ दिया और दस दिन बाद हो गया हत्याकांड
लापरवाही बरतने पर कोतवाल निलंबित

उदयपुर, संवाद सूत्र। भीलवाड़ा में पिछले दिनों हुए गोलीकांड को लेकर पुलिस की बड़ी चूक सामने आई है। आदर्श तापड़िया हत्याकांड के बाद पकड़े गए जिस नाबालिग ने तीन पिस्टल खरीदना कबूल किया, उसे पुलिस ने बिना जब्त किए छोड़ दिया था। इसके दस दिन बाद भीलवाड़ा फिर गोलीकांड की घटना से दहल उठा और इब्राहिम की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने अब लापरवाही बरतने पर कोतवाल मुकेश कुमार वर्मा को सस्पेंड कर दिया। इस मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्येष्ठा मैत्रेयी को दी गई है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छह महीने पहले शहर के चर्चित आदर्श तापड़िया हत्याकांड के मामले में कोतवाली पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार करने के साथ एक नाबालिग को डिटेन किया था। किन्तु पुलिस ने इस मामले में बिना जांच किए नाबालिग को बिना हथियार बरामद किए छोड़ दिया, जबकि उसने तीन पिस्टल खरीदना कबूल किया था। रिहाई क दस दिन बाद ही नाबालिग और उसके साथियों ने बड़ला चौराहे पर इब्राहिम व उसके भाई टोनी पर फायरिग की ओर इसमें इब्राहिम की मौके पर मौत हो गई। अब पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में कोतवाली थाना प्रभारी मुकेश कुमार वर्मा की लापरवाही मानी। जिसके चलते उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। जिसके बाद बिजौलिया थाना प्रभारी सुरेश कुमार को कोतवाली थाना प्रभारी लगाया है।
नाबालिग ने ही बेची थी पिस्टल, जिससे हत्याकांड को अंजाम दिया गया
मामले की जांच में सामने आया कि गत 14 नवंबर को कोतवाली पुलिस ने जिस युवक को गिरफ्तार किया, उसने उसी नाबालिग से पिस्टल खरीदी थी, जिसे पुलिस ने छोड़ दिया था। जिसके बाद नाबालिग को भी डिटेन कर थाने लाया गया। पुलिस पूछताछ में पता चला कि उसने गंगरार के अकरम उर्फ अक्की से तीन पिस्टल खरीदी थी। जो उससे बरामद नहीं की गई और उसे किशोर न्याय बोर्ड में पेश कर दिया गया। अब पुलिस ने उससे बकाया दो पिस्टल बरामद की हैं।

By Udaipurviews

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