खेरवाड़ा, लाड़देश नाम से जाने जाना वाला बावलवाडा को प्रस्तावित पंचायत समिति बनाने को लेकर लम्बे समय से मांग चली आ रही है। मगर बावलवाडा को प्रस्तावित पंचायत समिति में नहीं लिया गया। जिसको लेकर क्षेत्रवासियों में रोष व्याप्त करते हुए जिला कलेक्टर उदयपुर,भाजपा जिलाअध्यक्ष पुष्कर तेली को विकास मंच,ग्राम पंचायत के द्वारा, विभिन्न संगठनों के द्वारा आपत्ति दर्ज करवाई। क्षेत्र से 80 से 90 लोगों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर आपत्ति दर्ज करवाई। साथ ही विकास मंच अध्यक्ष जयदीप फडिया ने बताया कि पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया को भी प्रतिनिधि मंडल ने मिलकर बावलवाड़ा को पंचायत समिति बनाने को लेकर मार्गदर्शन लिया।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में क्षेत्रवासियों व सर्वदल के प्रतिनिधियों ने कई बार पंचायत समिति बनाने को लेकर ज्ञापन दिये गये है। जानकारी के अनुसार खेरवाडा से नयागांव 10 किलोमीटर होने के बाद भी पंचायत समिति बनाई गई। ऋषभदेव से कल्याणपुर भी 8 किलोमीटर व खेरवाडा से कल्याणपुर 12 किलोमीटर होने के बाद भी पंचायत समिति बनाना प्रस्तावित किया जा रहा है। मगर बावलवाडा खेरवाडा से 22 किलोमीटर दुर होकर, खेरवाड़ा पंचायत समिति का आखिरी गांव ववाई ग्राम पंचायत मगरा खेरवाड़ा से 50 किलोमीटर दूर स्थित है। जो क्षेत्रफल की दृष्टि से भी बड़ा है। इसके बावजुद भी बावलवाडा को पंचायत समिति का दर्जा देना प्रस्तावित नहीं किया गया है। बावलवाडा क्षेत्र भौगोलिक रूप से जनजाती बाहुल्य अंचल के पहाडी क्षेत्र वाले बिखरी आबादी वाला है। ग्रामीणों ने सरकार व जिला कलक्टर से आपत्ति दर्ज करवाते हुए मांग की है कि बावलवाड़ा को नवीन पंचायत समिति बनाने को प्रस्तावित करे। ताकि बाहुल्य क्षेत्र के लोगों 22 से 50 किलोमीटर दुर खेरवाड़ा नहीं जाना पडे।