उदयपुर, 9 जून। प्रत्येक गर्भवती महिला को गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच सुविधा उपलब्ध कराने एवं मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से प्रत्येक माह की 9 तारीख को आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत आज चिकित्सा संस्थानों को गर्भवती महिलाओं के चिकित्सकों व स्त्री रोग विशेषज्ञ की देखरेख में प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श की निशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराई गई।
सीएमएचओ दिनेश खराड़ी ने बताया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देना है। गर्भकाल के दौरान महिलाओं के रक्तचाप, शर्करा के स्तर, वजन इत्यादि में बदलाव आते है। सुरक्षित प्रसव के लिए जिनकी समय समय पर जांच अत्यंत आवश्यक है। डॉ खराड़ी ने बताया कि अभियान के दौरान गर्भवती महिला के हाई रिस्क प्रेगनेंसी चिन्हित होने के बाद कम से कम तीन एएनसी जांचे स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा जांच करवाना अनिवार्य है। आशाओं को इसके लिए सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। हाई रिस्क प्रेगनेंसी चिन्हित होने के बाद प्रसव पश्चात भी 45 दिनों तक आशा द्वारा उस महिला की ट्रैकिंग कर फॉलोअप किया जाता है।