घर-घर औषधि योजना की प्रगति, मानसून में पौधारोपण के लिए तैयार पौधों एवं अन्य विभागीय कार्यों को देखा
उदयपुर, 20 जून। प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ.डी.एन.पाण्डेय ने रेंज खैरवाड़ा अंतर्गत कागदर नर्सरी का निरीक्षण किया। उप वन संरक्षक मुकेश सैनी ने बताया कि निरीक्षण दौरान पाण्डेय को बताया गया कि कागदर नर्सरी में इस मानसून दौरान वृक्षारोपण एवं वितरण हेतु एक लाख तीस हजार पौधे बांस, महुआ, बहेडा, खिरनी, करंज, चुरैल, आँवला, श्योनक, सैमल, आम, नीम, जंगल जलेबी, सीताफल, खैर, अमरुद, नींबू, करौंदा, चम्पा, गुलाब इत्यादि तथा अन्य ओरनामेंटल पौधे तैयार किये है।
इसके अतिरिक्त राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘‘घर-घर औषधि’’ अंतर्गत गिलोय, अश्वगंधा, कालमेघ, तुलसी के 55,000 पौधें तैयार किये है। डॉ डीएन पाण्डेय ने योजना के प्रभावी क्रियान्वयन की दृष्टि से वन विभागीय अधिकारियों को मानसून पूर्व पुख्ता तैयारियां करने, पौधों को बेहतर ढंग से वितरण के लिए कार्ययोजना तैयार करने के साथ-साथ वितरित किए जाने वाले पौधों की बेहतर सार संभाल के लिए लाभार्थियों को निर्देश देने का सुझाव दिया। इस दौरान उन्होंने पौधों की अच्छी तैयारी व ऊँचाई को देखकर यहां के नर्सरी इंचार्ज वनरक्षक जमना मीणा द्वारा किये गये कार्य की प्रशंसा की।
मिस्ट चैम्बर तथा ग्रीन हाऊस देखा, पौधारोपण किया
निरीक्षण दौरान कैम्पा योजना के तहत पिछले वित्तीय वर्ष में उच्च गुणवत्ता व अधिक संख्या में पौधें तैयार करने हेतु तैयार किए गए मिस्ट चैम्बर तथा ग्रीन हाऊस का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कल्पवृक्ष का पौधे का रोपण किया तथा नर्सरी तैयारी व बीजारोपण हेतु वन सुरक्षा एवं प्रबंध समिति द्वारा एकत्र किये गये बीजों का निरीक्षण किया। पाण्डेय ने यहां पर लुप्त होने के कगार पर पहुंचे पेड़ों के बीजों को देखकर प्रसन्नता जताई।
स्थानीय प्रजातियों के बीजों के संग्रहण में भी आगे वन विभाग
सैनी ने बताया कि इस वर्ष वन मण्डल उदयपुर में लगभग 40 प्रजातियों के 9 हजार 500 किग्रा बीज एकत्र किये। स्थानीय प्रजातियों के बीजों का संग्रहण स्थानीय आदिवासियों द्वारा किया गया। पांडेय ने सभी स्टाफ व अधिकारियों की इस कार्य के लिए प्रशंसा की तथा समस्त उप वन संरक्षक, सहायक वन संरक्षक, क्षेत्रीय वन अधिकारी तथा स्टाफ को वृक्षारोपण के समय ध्यान रखी जाने वाली समस्त सावधानियों संबंधी प्रशिक्षण दिया। उन्होंने वृक्षारोपण में जीवित प्रतिशतता अधिक रहने, नर्सरी में पौधे तैयार करने तथा नर्सरी संबंधी समस्याओं का निवारण की जानकारी स्टाफ को दी। उन्होंने नर्सरी तैयारी तथा वृक्षारोपण संबंधी स्टाफ की शंकाओ का समाधान भी प्रस्तुत किया तथा वृक्षारोपण में अधिक से अधिक स्थानीय प्रजातियां रोपित करने पर जोर दिया।
निरीक्षण के दौरान संभागीय मुख्य वन संरक्षक आर के सिंह, मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव), आर के खैरवा, वन संरक्षक आर के जैन, उप वन संरक्षक मुकेश सैनी, उप वन संरक्षक उदयपुर (उत्तर) डी के तिवारी, उप वन संरक्षक डूंगरपुर सुपांग शशि, कन्हैयालाल शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। इसके साथ ही सहायक वन संरक्षक ओ.पी.सुथार, सहायक वन संरक्षक कोटडा सुशील सैनी, सहायक वन संरक्षक झाडोल उमेश बंसल, सहायक वन संरक्षक डूंगरपुर तथा सभी रेंजों के क्षेत्रीय वन अधिकारी तथा स्टॉफ उपस्थित रहा।