उदयपुर, 6 जून। दक्षिण राजस्थान में जैव विविधता व पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यरत ग्रीन पीपल सोसायटी की ओर से विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में सुथार मादड़ा तालाब पर कार्यक्रम आयोजित हुआ और इस गांव तथा तालाब के कायाकल्प के लिए विविध गतिविधियों को आयोजित किया गया।
सोसायटी के अध्यक्ष राहुल भटनागर ने बताया कि कार्यक्रम दौरान क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण-संवर्धन बढ़ावा देने वाली गतिविधियों के साथ इको ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने का आह्वान किया गया। इस दौरान ग्रामीणों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए आयजनक गतिविधियों से जोड़ते हुए यहां के बच्चों को शिक्षा के साथ अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सोसायटी ने आश्वस्त किया।
सोसायटी के सदस्य सचिव डॉ. सतीश शर्मा ने क्षेत्रवासियों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया और क्षेत्र में जैव विविधता संतुलन के बारे में जानकारी दी। एमपीयूएटी के इंद्रजीत माथुर ने बीजों और पौधों के महत्व व उपयोग की जानकारी दी।
इस अवसर पर सुहेल मजबूर, मो.यासीन पठान, इस्माइल अली दुर्वे, प्रताप सिंह चुंडावत, डॉ. ललित जोशी, पक्षीविद् विनय दवे, स्थानीय सरपंच सुरेंद्र सिंह राव, समाजसेवी भगवानलाल पालीवाल आदि उपस्थित रहे।
कॉमन कॉर्प मछलियां छोड़ी:
कार्यक्रम दौरान क्षेत्र में जैव विविधता बनाए रखने के लिए सोसायटी द्वारा गोद लिए हुए सुथार मादड़ा तालाब में कॉमन कार्प मछलियां छोड़ी गई। भटनागर ने बताया कि तालाब में पूर्व में भी मत्स्य बीजों को डाला गया था जिससे यह तालाब अब भांति-भांति के पक्षियों के साथ मगरमच्छ का भी आसरा बना हुआ है। गांव में पोषण वाटिका को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण महिलाओं को फलदार वृक्ष एवं उन्नत किस्म के सब्जियों के बीज वितरित किये गये।