आयकर विभाग की कार्रवाई : उदयपुर के रियल एस्टेट कारोबारियों के यहां 150 करोड़ की संपत्ति पर टैक्स चोरी आई सामने

10 किलो सोने की ज्वेलरी और 1 करोड़ से ज्यादा कैश मिला

उदयपुर, संवाद सूत्र। आयकर विभाग की उदयपुर के दो प्रोपर्टी डीलर्स के यहां जारी छापेमारी के तीसरे दिन 150 करोड़ रुपए की संपत्ति पर टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है। इससे पहले आयकर टीम एक करोड़ रुपए की नकदी, दस किलो सोना, एक दर्जन से अधिक रिसोर्ट में भागीदारी के अलावा बेनामी अठारह लॉकर्स का पता लगा चुकी है। आयकर की कार्रवाई फिलहाल जारी रहेगी और लॉकर्स की तलाशी ली जानी है।
डमिली जानकारी के अनुसार आयकर विभाग जयपुर की टीम ने उदयपुर के अरिहंत तथा एक्मे रियल एस्टेट के यहां बुधवार सुबह छापा मारा था। दोनों के उदयपुर के 37 ठिकानों के अलावा मुम्बई के दो ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की गई। गुरुवार को आयकर विभाग ने खुलासा किया था कि दोनों प्रोपर्टी डीलर्स के यहां से एक करोड़ की नकदी, सौ करोड़ से अधिक मूल्य की भू—संपत्ति के अलावा दस किलो सोना तथा उदयपुर में एक दर्जन से अधिक रिसोर्ट में भागीदारी का पता चला है। शुक्रवार शाम तक की गई सर्चिंग कार्रवाई में दोनों प्रोपर्टी समूहों के यहां 150 करोड़ रुपए से अधिक संपत्ति पर टैक्स बकाया की पता चला है। इसके अलावा उनके यहां से अठारह ऐसे बैंक लॉकर्स का भी पता चला है, जो उनके नाम नहीं है। उनकी भी तलाशी ली जाएगी।
आयकर अधिकारियों ने बताया कि टैक्स की जांच में निर्मल जैन, रमेश जैन, अनिल चित्तौड़ा, अशोक जैन, भूपेंद्र जैन, अनिल जैन, पंकज जैन और बंशीलाल सुहालका समेत कुल 40 से ज्यादा लोगों से पूछताछ हो रही है। करोड़ों रुपए के अघोषित निवेश को लेकर उनके यहां जांच चल रही है। संभावना है कि शुक्रवार रात तक जांच पूरी हो जाएगी। यदि ऐसा नहीं पाया तो शनिवार को भी जांच जारी रहेगी। विभाग को प्रोपर्टी कारोबारी कालूलाल जैन और उसके सहयोगियों 17 से ज्यादा अघोषित लॉकर्स की जानकारी मिली है। इसके अलावा उदयपुर के नामी रॉयल रिसोर्ट समेत एक दर्जन से अधिक रिसोर्ट में भी भगीदारी का पता चला है। कालूलाल जैन के यहां जारी जांच के दौरान सॉफ्ट स्टोन कारोबार में इन्वेस्टमेंट के साथ ही मोटे ब्याज पर लोगों को लोन देने की फ़ाइलें भी मिली है।
आयकर टीम का मानना है कि उदयपुर में एक्मे और अरिहंत समूह के पास एक हजार करोड़ से भी ज्यादा की प्रॉपर्टी हैं। उदयपुर के सवीना में रहने वाले कालूलाल जैन के घर से अब तक 500 करोड़ रूपए से ज्यादा की जमीनों के दस्तावेज मिल चुके हैं।द उनकी काया, बलीचा, तितरडी और नेला गांव में बड़ी प्रॉपर्टी के साथ ऋषभदेव में 2 मार्बल माइंस और क्रेशर गिट्टी का प्लांट भी है। वहीं, निर्मल जैन का उदयपुर में हाउसिंग फाइनेंस का काम ज्यादा है। उसके पास नेला गांव में सर्वाधिक जमीन है। यह भी पता चला है कि कालूलाल जैन के जरिए ही निर्मल और रमेश ने प्रॉपर्टी में पैसे इन्वेस्टमेंट किए हैं।

By Udaipurviews

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