राजसमंद। विश्व आर्द्र भूमि दिवस के अवसर पर आज गुरूवार जिले के राज्यावास तालाब पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य रूप से बर्ड वाचिंग, स्वच्छता अभियान स्कूली बच्चों द्वारा चित्रकला, निम्बन्ध प्रतियोगिता आयोजित की गई।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना ने कहा कि वेटलेण्ड एवं पक्षियों के महत्व तथा संरक्षण करने हेतु छात्रों एवं स्थानिय ग्रामवासियों को प्रेरित किया व विस्तार से इसके बारे में बताया ।
उपवन संरक्षक डाॅ. ए.एन गुप्ता ने बताया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राज्यावास के लगभग 300 छात्र-छात्राओं ने तालाब पर कार्यक्रम एवं प्रतियोगिता में भाग लिया। चित्रकला प्रतियोगिता हमारे तालाब एवं हमारे पक्षी विषय पर जूनियर वर्ग मे प्रथम स्थान रणजीतसिंह गौड कक्षा 8, द्वितीय स्थान नीरू तेली कक्षा 7, तृतीय स्थान मधु लौहार कक्षा 6 एवं सीनियर वर्ग में प्रथम स्थान देवनारायण कुमावत कक्षा 12, द्वितीय स्थान सलोनी तेली कक्षा 12, एवं तृतीय स्थान माया रंगा स्वामी ने प्राप्त किया।
इसके साथ ही निबन्ध प्रतियोगिता आर्द्र भूमि एवं पक्षी संरक्षण का महत्व् विषय पर जूनियर वर्ग से प्रथम स्थान रविना कुमारी बन्जारा कक्षा 8, द्वितीय स्थान भगवती तेली कक्षा 8, तृतीय स्थान जमना गाडरी कक्षा 8 एवं सीनियर वर्ग में प्रथम स्थान ममता गाडरी कक्षा 12, द्वितीय स्थान श्रद्वा कंवर गोड कक्षा 12, तृतीय स्थान लक्ष्मी बन्जारा कक्षा 12 ने प्राप्त किया।
इस अवसर पर पक्षी विशेषज्ञ हिमांषुसिंह चन्द्रावत, उज्ज्वल दाधिच, नरेन्द्र पालीवाल, अरविन्द शर्मा एवं विक्रमसिंह भाटी द्वारा पक्षियों की पहचान करवाई गई, जिसमें मुख्य रूप से प्रवासी एवं अप्रवासी पक्षी ग्रेलेगगुज (राजहंस) रेडीसेलडक, कोम्बडक, पैन्टेडस्टोक्र, ग्रेट क्रेस्टेडग्रीव, फेरोजिनियस पोचर्ड, पिन टेल्स, सोवलर्स, कार्मोरेन्ट समेत 50 से ज्यादा प्रजातियो के ढाई हजार से ज्यादा मेहमान पक्षी देखें गये।
कार्यक्रम में उप वन संरक्षक डाॅ.एन.गुप्ता, भूवनेश्वर सिंह चैहान अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, सहायक वन संरक्षक विनोद कुमार राय एवं प्रियवर्ती सिंह जैतावत, पूर्व जिला प्रमुख नारायणसिंह भाटी, उपसभापति नगर परिषद राजसमंद चूनीलाल पंचोली, सरपंच दीपमाला कंवर, एवं अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा बर्ड वाचिंग की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्थानीय सरपंच द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में भंवरलाला मीणा, क्षैत्रीय वन अधिकारी, राजसमंद, नेनाराम मेघवाल, वनपाल, विजयसिंह मानावत, वनपाल, एवं अन्य वन कर्मी एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहें।