प्रभारी मंत्री भंवर सिंह भाटी ने ली समीक्षा बैठक
डूंगरपुर, 4 जनवरी/राज्यमंत्री ऊर्जा (स्वतंत्र प्रभार) एवं जल संसाधन, इंदिरा गांधी नहर परियोजना एवं जल संसाधन (आयोजना) विभाग के मंत्री एवं डूंगरपुर जिला प्रभारी मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि नया साल शुरू हुआ है। नए साल पर नए उत्साह के साथ हम सबको मिलकर आमजन के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करना है। राज्य सरकार कोई भी योजना लेकर आती है, उसका क्रियान्वयन संबधित विभाग द्वारा ही संभव है। हर अधिकारी का यह दायित्व है कि वो अपने विभाग की योजना का लाभ अंतिम छोर पर बैठे हुए व्यक्ति तक पहुंचाएं। प्रभारी मंत्री श्री भाटी ने बुधवार को बुधवार को जिला कलक्ट्रेट स्थित ईडीपी हॉल में बुधवार को समीक्षा बैठक के दौरान ये बात कही। इस अवसर पर उप-जिला प्रमुख सुरता परमार सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अतिरिक्त जिला कलक्टर हेमेंद्र नागर, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपेंद्र सिंह राठौड़ सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। इससे पहले जिला कलक्टर एल.एन. मंत्री एक-एक कर सभी विभागों से संबंधित फ्लैगशिप योजनाओं, कार्यक्रमों, बजट घोषणाओं की जिले में प्रगति को लेकर प्रभारी मंत्री को विस्तार से जानकारी दी और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
जिला कलक्टर के नेतृत्व में हो रहा है अच्छा काम- प्रभारी मंत्री भाटी:-
प्रभारी मंत्री ने कहा कि डूंगरपुर जिले में जिला कलक्टर श्री एल.एन. मंत्री के नेतृत्व में अच्छा काम हो रहा है। कई योजनाओं में डूंगरपुर जिला राज्य में टॉप पोजिशन पर है, लेकिन जिन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है, वहां अतिरिक्त उर्जा के साथ काम करने की आवश्यकता है। चिकित्सा विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत परिवारों के पंजीकरण में डूंगरपुर जिले के प्रथम स्थान प्राप्त करने पर चिकित्सा विभाग के प्रयासों की सराहना की। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत डूंगरपुर जिले की कुल जनसंख्या के 88.49 प्रतिशत परिवारों का पंजीयन हो चुका है, जो राज्य में सर्वाधिक है।
निजी अस्पतालों में चिरंजीवी योजना की मिले जानकारी:-
प्रभारी मंत्री ने मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना, शुद्ध के लिए युद्ध अभियान, अस्पतालों में जांच सुविधा, पैरा-मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी ली और व्यवस्थाओं पर संतोष जाहिर किया। इस दौरान उन्होंने चिरंजीवी योजना के तहत पंजीकृत निजी अस्पतालों में योजना के तहत पैकजों की लिस्ट चस्पा करवाने, चिरंजीवी हेल्प डेस्क स्थापित करने के निर्देश दिए।
पालनहार योजना के लिए चलाएं विशेष अभियान:-
जिले में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की प्रगति पर संतोष व्यक्त करने हुए प्रभारी मंत्री ने विधवा पेंशन की लाभार्थी महिलाओं के बच्चे जो सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हैं, ऐसे बच्चों को अभियान चलाकर पालनहार योजना का लाभ दिलवाने के निर्देश दिए। मनरेगा के तहत चल रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रभारी मंत्री ने मनरेगा के तहत समय पर भुगतान सुनिश्चित करने और निर्धारित लक्ष्य समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।
मूलभूत सुविधाओं के लिए आमजन न हो परेशान:-
प्रभारी मंत्री ने आमजन की समस्याओं को पूरी संवेदनशीलता के साथ सुनने और गुणवत्तापूर्ण समधान के निर्देश देते हुए कहा कि मूलभूत सुविधाओं से जुडे मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों, सरकारी विद्यालयों में पानी-बिजली के कनेक्शन जल्द से जल्द करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने पेश किया विकास कार्यों का लेखा-जोखा:-
जिला कलक्टर एल. एन. मंत्री ने समीक्षा बैठक में विभिन्न विभागों की समीक्षा के दौरान बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में राज्य में सबसे ज्यादा लाभान्वित डूंगरपुर जिले से हैं। जिले में 5 हजार 774 परिवारों को इस योजना में लाभान्वित किया गया। इसमें विवाह पर 21 हजार से 51 हजार तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन में डूंगरपुर जिला माह सितम्बर 2022 तक राज्य में प्रथम स्थान पर रहा। जिले में 15 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों का सफलता पूर्वक संचालन। 248 अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों द्वारा शिक्षण कार्य सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना के तहत् जिले के 38 हजार कृषक उपभोक्ताओं में से 35 हजार कृषकों को लाभान्वित किया गया। लगभग 16 करोड़ रू. का अनुदान दिया गया। लगभग 30 हजार कृषकों के जीरो बिल आ रहा है।
जिला कलक्टर ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल-गोपाल योजना के तहत् जिले के 2216 विद्यालयों के 2 लाख से अधिक छात्रों को सप्ताह में दो दिन दूध वितरण किया जा रहा है। वहीं, डूंगरपुर नगरीय क्षेत्र हेतु 9 तथा सागवाड़ा नगरीय क्षेत्र में 3 इन्दिरा रसोइयों का सफल संचालन किया जा रहा है। उड़ान योजना के तहत जिले में अबतक 7.50 लाख से अधिक सेनेटेरी नेपकीन का वितरण। राजीविका के तहत डूंगरपुर शहर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा सेनेटरी नेपकीन यूनिट की स्थापना की गई है।