डुंगरपुर में विप्र सेना की जिला पदाधिकारी बैठक 2024 संपन्न
ओबरी 28 जुलाई (ब्यूरो)। ब्राह्मण समाज के प्रगतिशील संगठन विप्र सेना द्वारा आयोजित जिला अधिवेशन अधिवेशन 2024 का आयोजन डुंगरपुर में संपन्न हुआ। आयोजन में जिले भर के जिला पदाधिकारी सहित जिले की सभी विधानसभाओं से प्रतिनिधियों ने भाग लिया। जिले भर में संगठन ने अपनी इकाइयों का निर्माण विगत 3 वर्षों में सैंकड़ों आयोजनों,सेवा कार्यों एवं जमीनी स्तर के आंदलनों से किया।जिसके परिणामस्वरूप आज जिले के सभी पदाधिकारी एक साथ चर्चा और संगठन की आगमी कार्ययोजना और विजन 2026 को तय करने के उद्देश्य से एकत्रित हुए।विप्र सेना के नीलेश दवे ओबरी ने बताया की रविवार को डुंगरपुर में हुई संगठन की जिला पदाधिकारियों की बैठक में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा भी शामिल हुए और उन्होंने संगठन के सभी पदाधिकारियों को संबोधित किया।इस एक दिवसीय जिला पदाधिकारी बैठक में संगठन के जिले में अगले एक वर्ष में होने वाले आयोजनों,वार्षिक कैलेंडर, संगठन विस्तार, संगठन संरचना सहित विभिन्न अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।अब लक्ष्य आधारित करना होगा काम। प्रदेश मंत्री विजय शर्मा ने सभी पदाधिकारियों से कहा कि अब मिशन मोड में काम करना होगा और एक बड़े लक्ष्य को केंद्र मान कर उसे पूर्ण करने की ओर बढ़ना होगा।संगठन के पदाधिकारी जो सेवा कार्य करते है सामाजिक सरोकार के कार्य करते है उन्हें भी प्रसारित करना है साथ ही समाज के साथ हो रहे अत्याचारों एवं उनकी आलोचनाओं को भी उतनी ही मुखरता से प्रसारित करें। जिला अध्यक्ष जितेन्द्र मेहता ने विजन डॉक्यूमेंट 2026 पर बताया की राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, कर्नाटक, गुजरात, झारखंड में संगठन ने अपने पैर जमा लिए हैं और आगामी वर्ष में जिले में 10000 कार्यकर्ताओ को संगठन से जोड़ा जाएगा।विप्र सेना शहर अध्यक्ष ने संघटन की स्थापना पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा,प्रदेश मंत्री विजय शर्मा, जिलाध्यक्ष जीतेन्द्र मेहता, नगर अध्यक्ष महेश त्रिवेदी, महिला प्रकोष्ठ नगर अध्यक्ष स्वाति पारीक,ओबरी तहसील अध्यक्ष संजय पुरोहित,अरविन्द जोशी,दिलीप दवे,विकास भट्ट,सुशील पुरोहित सहित जिले की सभी इकाईयो के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
पंद्रह दिन पहले भर्ती दो बच्चो में से एक की रिपोर्ट में चंदीपुरा वायरस पॉजिटिव आया, फिलहाल दोनो स्वस्थ हे
डूंगरपुर, 28 जुलाई(ब्यूरो)। गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में बच्चों के लिए काल बन चुका चांदीपुरा वायरस के 10 जुलाई को डूंगरपुर में दस्तक हुई थी। उस समय जिला अस्पताल के ओपीडी में दो बच्चों में उसी बीमारी के लक्षण देखे गए थे। इसके बाद डाक्टरों की टीम ने बच्चों को वार्ड में भर्ती कर ईलाज शुरू किया था। 15 जुलाई को दोनो बच्चों की रीढ़ की हड्डी से सैम्पल लेकर पुणे स्थित केंद्रीय बॉयोलॉजिकल लैब में भेजी थी। इसकी रिपोर्ट २८ जुलाई को प्राप्त हुई है। इसमें एक बच्चे में चांदीपुरा वायरस की पुष्टि हुई है। वही दूसरे बच्चे में वायरस की रिपोर्ट नेगेटिव है। हालांकि दोनो बच्चों का इन पद्रह दिनों में ईलाज के बाद संपूर्ण स्वस्थ्य है। दोनो को डिस्र्चाज भी कर दिया है। इसके कारण दोनो बच्चों के अभिभावक को किसी भी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नही है।