बसंत सांध्य में दर्शक हुए आल्हादित

शास़्त्रीय संगीत की विभिन्न विधाओं में खोए दर्शक
उदयपुर। पं. जगन्नाथ प्रसाद स्मृति मंच द्वारा संचालित श्रुति द स्कूल ऑफ म्यूजिक एवं संगीत नाट्य निकेतन के संयुक्त तत्वावधान में भूपालपुरा में बसंत संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरम्भ श्रुति द स्कूल ऑफ म्यूजिक के विद्यार्थियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से हुआ।
स्मृति मंच संरक्षक पं. नरेन्द्र कुमार ब्यावत ने स्वागत उध्बोधन दिया, इसके पश्चात गायन के विद्यार्थियों ने राग बसन्त व रुद्र ताल में चतुरंग, एवं नृत्य के विद्यार्थियों ने राग मालकौंस व त्रिताल में तराना प्रस्तुत किया। नवोदित कलाकार के रूप में सुश्री यवि आचार्य ने कथक नृत्य की प्रस्तुति दी, एवं श्री भव्यन खोखावत ने शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी। भव्यन ने राग बसन्त में पं. जगन्नाथ प्रसाद संगीत मूर्ति  की रचना ऋतु बसंत मन भाए सखी री….प्रस्तुत की एवं द्रुत रचना फगवा बृज देखन को….प्रस्तुत कर श्रोताओं को आनन्दित कर दिया। कार्यक्रम के अंत में सुश्री तितिक्षा आर्य ने कथक नृत्य ताल पंचम सवारी 15 मात्रा प्रस्तुत कर दर्शकों को अचंभित कर दिया। क्लिष्ट ताल में सुश्री तितिक्षा ने आमद, तोड़े, परन, कवित्त आदि सहजता से प्रस्तुत किये। सूर्य परन की प्रस्तुति पर आपने श्रोताओं से ख़ूब तालियां बटोरी।
कार्यक्रम में तबला संगत भव्यन खोखावत एवं हारमोनियम संगत महेन्द्र कुमार ब्यावत ने की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व भाजपा देहात जिलाध्यक्ष चन्द्र गुप्त सिंह चौहान ने नवोदित कलाकारों को आशीष व शुभकामनाएं दी एवं स्मृति चिन्ह भेंट किये। विशिष्ट अतिथि चेयरमैन एवं एम. डी. मेवाड़ हाईटेक सी. एस. राठौड़ व निदेशक शाकुंतलम संस्थान डॉ. शकुन्तला पंवार थे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती नेहा कुदाल ने किया।

By Udaipurviews

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