शातिर तस्करी का भंडाफोड़ – ट्रैक्टर ट्रॉली में छिपी थी 45 पेटी शराब, पुलिस ने पकड़ा

डूंगरपुर, 05 मार्च.  राजस्थान से गुजरात तक शराब की तस्करी करने के लिए तस्करों ने नया तरीका अपनाया, लेकिन बिछीवाड़ा पुलिस ने उनकी चालाकी पर पानी फेर दिया। पहली बार पुलिस ने एक ट्रैक्टर ट्रॉली में गुप्त केबिन बनाकर ले जाई जा रही शराब की खेप पकड़ी है। ट्रॉली से 45 पेटी शराब बरामद की गई, जिसकी बाजार कीमत करीब 1.50 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है। राजस्थान से गुजरात तक अवैध शराब तस्करी के लिए तस्करों ने हाईटेक तरीकों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने एक बार फिर इन मंसूबों पर पानी फेर दिया। बिछीवाड़ा थाना पुलिस ने उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे पर स्थित रतनपुर बॉर्डर चेक पोस्ट के पास नाकाबंदी के दौरान एक ट्रैक्टर ट्रॉली (HR 60 N 6859) को रोका। देखने में सामान्य लग रही इस ट्रॉली की जब पुलिस ने गहन जांच की, तो इसके नीचे एक गुप्त केबिन मिला, जिसमें शराब की 45 पेटियां भरी हुई थीं। थानाधिकारी कैलाश सोनी ने बताया कि इस तस्करी में हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा थाना क्षेत्र के कलियाणा गांव निवासी सुंदर गुज्जर (50) को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी चंडीगढ़ निर्मित शराब को ट्रैक्टर ट्रॉली में छिपाकर गुजरात ले जाने की फिराक में था, लेकिन पुलिस की सतर्कता से उसकी योजना नाकाम हो गई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त कर लिया है। अब यह जांच की जा रही है कि आरोपी इस तरह की तस्करी पहले भी कर चुका है या नहीं, और इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क तो नहीं है।

तस्करी के नए तरीके – अब ट्रैक्टर ट्रॉली बनी शराब का अड्डा : तस्कर पुलिस की नजरों से बचने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। पहले ट्रक, कार और अन्य वाहनों में शराब की तस्करी होती थी, लेकिन अब ट्रैक्टर ट्रॉली में गुप्त केबिन बनाकर शराब ले जाई जा रही थी। यह पहली बार है जब पुलिस ने इस तरीके से तस्करी का भंडाफोड़ किया है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या इस ट्रैक्टर ट्रॉली का इस्तेमाल पहले भी अवैध गतिविधियों में किया गया था।

मधुमक्खियों के हमले ने छीन लिया इकलौते बेटे का सहारा, मूक-बधिर किसान की दर्दनाक मौत
डूंगरपुर04 मार्च.  सदर थाना क्षेत्र के धमाला गांव में मधुमक्खियों के झुंड ने एक मूक-बधिर किसान पर हमला कर दिया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। किसान रातभर दर्द से तड़पता रहा, लेकिन समय पर उचित इलाज न मिलने के कारण उसकी जान चली गई। मृतक तीन बहनों का इकलौता भाई था, जिसकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। धमाला गांव में शुक्रवार को हुए एक दर्दनाक हादसे ने पूरे परिवार को गमगीन कर दिया। गांव के मूक-बधिर किसान कैलाश (पुत्र गटू ननोमा) पर खेत में काम करने के दौरान मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले से घबराए कैलाश ने खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन मधुमक्खियों ने उसे बुरी तरह जख्मी कर दिया। दर्द से तड़पता हुआ कैलाश किसी तरह घर पहुंचा, लेकिन उसकी मूक-बधिरता के कारण वह अपनी तकलीफ ठीक से बता नहीं सका। परिवार ने घरेलू इलाज करने की कोशिश की, लेकिन उसकी हालत लगातार बिगड़ती रही। रातभर बिना इलाज के दर्द सहने के बाद शनिवार सुबह तबीयत और ज्यादा खराब हो गई, जिसके बाद परिजन उसे अस्पताल ले गए। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

By Udaipurviews

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