जिला प्रशासन का नया ‘अभिलाषा कार्यक्रम’, 15 महीने देंगे नि:शुल्क प्रशिक्षण
उदयपुर 1 अप्रैल। जिला प्रशासन द्वारा वंचित बालिकाओं एवं महिलाओं को सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग सिखाने हेतु एक नया अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान को अभिलाषा कार्यक्रम नाम दिया गया है। पहली बार उदयपुर में जिला प्रशासन, नवगुरुकुल संस्थान, विभा भवन सोसाइटी एवं गायत्री सेवा संस्थान सहित विभिन्न संस्थाओ के सयुक्त तत्वाधान में शुरू हुए इस अभियान के तहत वंचित पृष्ठभूमि की 28 वर्ष से कम आयु की न्यूनतम 10वीं पास बालिकाए एवं महिलाओं को 15 महीने का नि:शुल्क आवासीय कोडिंग (सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग) प्रशिक्षण दिए जाने के साथ रोजगार सुनिश्चित करवाया जाएगा।
बैठक में कलक्टर ने की समीक्षा
अभियान को लेकर पहली बैठक जिला कलक्टर कार्यालय में जिला कलक्टर ताराचन्द मीणा की अध्यक्षता में सम्पन हुई। कलक्टर ने अभिलाषा कार्यक्रम की सराहना करते हुए हुए जनजाति अंचल की वंचित बालिकाओं सहित चाइल्ड ट्रैफिकिंग का शिकार हुई बालिकाओं को से जोड़ने की बात कही। कार्यक्रम को अंतिम रूप प्रदान करने एवं अन्य संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु 6 अप्रैल को जिला कलक्टर सभागार में बैठक भी आयोजित की जाएगी।
इस अवसर पर राजस्थान बाल संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य एवं बाल अधिकार विशेषज्ञ डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या ने नवगुरुकुल फाउंडेशन एवं जिला प्रशासन की सरहना करते हुए इस पहल हेतु शुभकामनाएं दी तथा हर वर्ग की बालिकाओं को जोड़ने का सुझाव दिया। नवगुरुकुल फाउंडेशन नई दिल्ली के प्रतिनिधि सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि अन्य राज्यों में इस कार्यक्रम के तहत जुड़ी बालिकाएं आज बड़ी कंपनियों एवं एम.एन.सी. में अच्छे वेतन के साथ नौकरी प्राप्त कर चुकी है। आवासीय प्रशिक्षण पूर्ण रूप से निःशुल्क रहेगा तथा लैपटॉप सहित कई प्रकार की सुविधाओं के साथ दिया जाएगा। बैठक में जिला परिवहन अधिकारी, डॉ. कल्पना शर्मा, नवगुरुकुल फाउंडेशन एवं गायत्री सेवा संस्थान के प्रतिनिधि नितिन पालीवाल उपस्थित रहे।