उदयपुर, 10 सितंबर। नई दिल्ली में आयोजित 5वें एग्रीटेक शिखर सम्मेलन और स्वराज पुरस्कार 2024 सम्मलेन मे ज़िले के तुरगढ़ गांव के प्रगतिशील किसान हीरालाल पटेल को पारंपरिक और स्वदेशी फसलें श्रीअन्न के निरंतर खेती करने एवं दूसरे किसानो को भी श्रीअन्न की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही सुथारमादड़ा गांव के वनधन शक्ति महिला प्रोड्यूसर कंपनी को अग्रणी स्टार्टअप संगठन पुरस्कार से सम्मानित किया। केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.प्रफुल भटनागर ने बताया कि पटेल एवं वनधन शक्ति महिला प्रोड्यूसर कंपनी को यह पुरस्कार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली मे आउटलुक एवं स्वराज ट्रैक्टर के साझा में हुए राष्ट्रीय स्तरीय अवार्ड समारोह में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव दिवेश चतुर्वेदी ने प्रदान किया।
प्रोड्यूसर कंपनी की तरफ से शांति बाई तथा ग्रामश्री फाउंडेशन ट्रस्ट की तरफ से देवीसिंह ने यह अवार्ड लिया। प्रोड्यूसर कंपनी विगत 3 वर्षों से वनोपज पर कार्य प्रारंभ किया। हीरालाल को श्रीअन्न जिसमे चना, रागी, कोदरा, कांगनी आदि की खेती के लिए विद्या भवन कृषि विज्ञान केंद्र बड़गांव से लगातार प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। क्षेत्र में सीताफल एवं जामुन की उपज बहुतायत होती है जिसे प्रोसेसिंग करके सीताफल पल्प निर्माण, जामुन पल्प निर्माण, आंवला कैंडी बनाना तथा सुखा आम बनाने का कार्य किया गया। यह प्रोसेसिंग की तकनीक महाराणा प्रताप कृषि एवं तकनीकी विवि के प्रसार निदेशक प्रोफेसर राम अवतार कौशिक ने विकसित कर समूह को उपलब्ध कराई। विद्या भवन कृषि विज्ञान केंद्र बड़गाव के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.प्रफुल भटनागर ने सब्जी की खेती एवं प्रशिक्षण के माध्यम से कंपनी की महिलाओं को आय सवर्धन के लिए प्रोत्साहित किया। वर्तमान में प्रोड्यूसर कंपनी 80 मैट्रिक टन माल तैयार कर रही है एवं 60 से अधिक गावों के लोग लाभान्वित हुए है।