दो दिन पहले पानी—पूडी खाने से बिगड़ी तबियत, रविवार को किशोरी ने तोड़ा दम

तीन बच्चे आईसीयू में भर्ती 
उदयपुर। शहर के अंबामाता क्षेत्र में चल रहे चार दिवसीय मस्तान बाबा के उर्स में घूमने पहुंचे कई बच्चों की पानी—पूडी खाने के बाद तबियत खराब हो गई। उनका यहां एमबी अस्पताल में उपचार चल रहा था। उनमें से 17 वर्षीया एक किशोरी ने रविवार सुबह दम तोड़ दिया, जबकि तीन बच्चे अभी आईसीयू में भर्ती हैं। बच्ची की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने रविवार को प्रदर्शन किया। उनकी मांग खाद्य विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ मृतका के परिजनों को मुआवजा दिलाने की है।
मिली जानकारी के अनुसार अंबामाता क्षेत्र में गत 12 सितम्बर से मस्तान बाबा का उर्स शुरू हुआ था। जहां बड़ी संख्या में अकीदतमंद मस्तान बाबा की दरगाह पर पहुंचे। साथ ही आसपास क्षेत्र के लोग भी वहां लगे मेले में घूमने पहुंचे। इनमें सज्जननगर क्षेत्र के उद्देश्य ओड़ की 17 वर्षीया पुत्री निशा, पवन ओड़ का 14 वर्षीय बेटा गौरव, कृष अन्य दस—बारह बच्चों के साथ उर्स के मेले में पहुंचे। सभी ने वहां पानी—पूड़ी खाई। उनके घर लौटने के कुछ समय बाद सभी बच्चों की तबियत खराब होने लगी। जिन्हें परिजन उपचार के लिए एमबी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां सभी को भर्ती कर लिया गया। शनिवार को कुछ बच्चों की तबियत और बिगड़ गई। जिस पर चार बच्चों को आईसीयू में भर्ती किया गया। जिनमें निशा, पवन, गौरव तथा कृष शामिल थे। इनमें से निशा ने रविवार सुबह दम तोड़ दिया। परिजनों के अलावा क्षेत्रीय पार्षद हिदायततुल्ला का कहना है कि किसी भी विभाग ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। शहर में बिना लाइसेंस तथा बिना किसी जांच के खाने—पीने की चीजों के ठेले संचालित हैं। प्रशासन तथा खाद्य विभाग को चाहिए था कि वह जहर बेचने वाले के खिलाफ कार्रवाई करती लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। हैरानी की बात तो यह है कि इस घटनाक्रम को लेकर चिकित्सा विभाग को पता तक नहीं। एक बच्ची की मौत होने के बाद उन्हें पता चला तब विभाग ने मामले की जांच कराए जाने की बात कही है।

By Udaipurviews

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