-राजेश वर्मा
उदयपुर 30 अक्टूबर: दो दिन पहले भीलवाड़ा जिले के धनवाड़ा में शरद पूर्णिया पर सामाजिक कार्यक्रम के दौरान पूडियां तलने के लिए गर्म किए खौलते तेल के कड़ाहे में चार साल की मासूम गिर गई थी। जिसने उदयपुर के एमबी अस्पताल में दम तोड़ दिया। उसे अस्सी फीसदी झुलसी अवस्था में उदयपुर लाया गया था। सोमवार को उसका गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बताया गया कि भीलवाड़ा जिले के पारोली थाना क्षेत्र के धनवाड़ा गांव में शनिवार को शरद पूर्णिमा पर ढाबा संचालक भागचंद धाकड़ के यहां पर सामाजिक कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान रसोई का काम करने के लिए हलवाई के साथ पारोली निवासी काली देवी अपनी 4 साल की बेटी निधि को लेकर गई थी। काली देवी पूड़ी बेल रही थी और पास में ही बड़ी कड़ाही में 15 से 20 लीटर तेल पूड़ी तलने के लिए खौल रहा था।
इस दौरान पास में खेल रही निधि अचानक खौलते तेल में जा गिरी। बच्ची के तेल में गिरते ही वहां मौजूद लोगों ने उसे तुरंत बाहर निकाला, लेकिन निधि का शरीर करीब 80 प्रतिशत तक झुलस गया। उसके शरीर की चमड़ी पूरी तरह से जल गई थी और हाथ लगाते ही उतर रही थी। लोगों ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे उदयपुर के महाराणा भूपाल (एमबी) हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। रविवार देर रात को इलाज के दौरान निधि ने दम तोड़ दिया।
शरीर में पड़ गए थे फफोले, बीस घंटे के प्रयासों के बाद भी नहीं बची जान
खौलते तेल में गिरने से 4 साल की निधि का पूरा शरीर फफोलों से भर गया था। जिसने भी उसकी हालत देखी वो दहल गया। एमबी हॉस्पिटल में करीब 20 घंटे तक उसका इलाज चला, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। निधि अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी। निधि का इसी साल स्कूल में एडमिशन कराया था और केजी में पढ़ रही थी।