फ्यूचर ऑफ माइनिंग डिजिटल सशक्तिकरण और युवा-प्रेरित स्थिरता विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आज से

उदयपुर। क्षेत्र में तकनीकी प्रगति और युवा प्रतिभाओं के योगदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राजस्थान उदयपुर चैप्टर और स्टूडेंट चैप्टर द्वारा उदयपुर के कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग  के सहयोग से फ्यूचर ऑफ माइनिंगरू डिजिटल सशक्तिकरण और युवा-प्रेरित स्थिरता विषयक दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का सीटीएई कॉलेज में 22 व 23 फरवरी को आयोजन किया जा रहा है।
आयोजन सचिव हितांशु कौशल ने बताया कि सम्मेलन में खनन उद्योग के भविष्य, डिजिटल परिवर्तन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ऑटोमेशन, सतत विकास और नीतिगत ढांचे जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। खास बात यह है कि यह कार्यक्रम स्टूडेंट्स द्वारा, स्टूडेंट्स के लिए की अवधारणा पर आधारित है, जो इसे एक अनोखी पहचान प्रदान करता है।
उन्होंने बताया कि इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन एवं समापन कार्यक्रम कई प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति में होगा। मुख्य अतिथि के रूप में खान एवं भू विज्ञान विभाग के निदेशक दीपक तंवर, विशिष्ठ अतिथि सीटीएई कॉलेज के डीन सुनील जोशी,होंगे जबकि अध्यक्षता एमईएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. एन. माथुर करेंगे।
यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर के खनन अभियंता (माइनिंग इंजीनियर्स) एकत्रित होंगे। यह सम्मेलन न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खनन विशेषज्ञों की उपस्थिति का भी साक्षी बनेगा। प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं द्वारा विशेष व्याख्यान दिए जाएंगे, जो खनन उद्योग में उभरती तकनीकों, वैश्विक चुनौतियों और अवसरों पर अपने बहुमूल्य विचार साझा करेंगे।
इसके अलावा, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान,राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान और अन्य राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त तकनीकी संस्थानों के खनन अभियंत्रण (माइनिंग इंजीनियरिंग) के छात्र अपने तकनीकी शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे।
सम्मेलन की शुरुआत आयोजन सचिव डॉ. हितांशु कौशल कार्यक्रम के उद्देश्यों, प्रमुख विषयों और सहभागिता की महत्ता पर प्रकाश डालेंगे। इसके पश्चात उदयपुर चेप्टर के आसिफ अंसारी एवं स्टूडेंट चैप्टर के परिचय के साथ इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे। सीटीएई के विभाग के प्रमुख एवं प्रोफेसर डॉ. अनुपम भटनागर सह-आयोजक के रूप में जानकारी प्रस्तुत करेंगे
सम्मेलन में खनन उद्योग के विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा, जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (।प्) और रोबोटिक्स द्वारा सुरक्षित और कुशल खनन संचालन, सतत खनन पद्धतियां, पर्यावरणीय उत्तरदायित्व, डिजिटल परिवर्तन और ऑटोमेशन के साथ नीतिगत और नियामक ढांचे पर केंद्रित सत्र शामिल होंगे।  एआई और रोबोटिक्स द्वारा सुरक्षित और कुशल खनन संचालन सत्र में खनन कार्यों में आधुनिक तकनीकों के उपयोग से सुरक्षा और उत्पादकता में वृद्धि के तरीकों पर चर्चा होगी। सतत खनन पद्धतियां और पर्यावरणीय उत्तरदायित्व विषय में पर्यावरण संरक्षण और खनन गतिविधियों के बीच संतुलन बनाने के उपायों पर प्रकाश डाला जाएगा। एआई,रिमोट सेंसिंग और भूभौतिकी में नवीनतम प्रगति सत्र में खनिज अन्वेषण और सर्वेक्षण में अत्याधुनिक तकनीकों के उपयोग और उनके लाभों को विस्तार से समझाया जाएगा। खनन क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन और ऑटोमेशन के तहत डिजिटल टूल्स और ऑटोमेशन के माध्यम से खनन कार्यों को अधिक प्रभावी बनाने के तरीकों पर चर्चा होगी।
डॉ. हितांशु कौशल ने बताया कि इस सम्मेलन में 50 से अधिक तकनीकी शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे, जिन पर छात्रों के साथ गहन चर्चा भी की जाएगी। पूरा कार्यक्रम चार सत्रों (सेशन्स) में विभाजित होगा, जहां प्रत्येक सत्र का नेतृत्व एक उद्योग विशेषज्ञ, एक शैक्षणिक विशेषज्ञ और एक छात्र प्रतिनिधि करेंगे।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!