उदयपुर, 26 दिसंबर। प्रसंग संस्थान एवं वर्धमान महावीर कोटा खुला विश्वविद्यालय, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में देश के मूर्धन्य साहित्यकार नंद चतुर्वेदी को लगभग बीस कवियों ने अपनी कविताओं से याद किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष दुलाराम सहारण ने कहा कि आगामी 21 अप्रैल 2023 से नंद बाबू का जन्मशती वर्ष प्रारंभ होगा। उनके साहित्यिक अवदान पर अकादमी पूरा सहयोग करेगी और नगर से बाहर भी आयोजन करवाएगी। काव्य गोष्ठी के मध्य नंद चतुर्वेदी की पुत्री वरिष्ठ आलोचक एवं कवयित्री डॉ. मंजु चतुर्वेदी पर केंद्रित अनुकृति पत्रिका के विशेषांक का विमोचन हुआ। विशेषांक में लेखिका का साक्षात्कार, प्रतिनिधि कविताएं एवं लेख हैं। विशेषांक की समीक्षा करते हुए डॉ. चन्द्रकान्ता बंसल ने मंजु चतुर्वेदी के लेखन के वैशिष्ट्य पर प्रकाश डाला। डॉ. मंजु त्रिपाठी ने स्त्री जीवन पर केंद्रित मंजु चतुर्वेदी की लिखी कविता ‘वो स्त्री‘ का प्रभावी पाठ किया। पत्रिका में वरिष्ठ लेखक राजेश्वर वशिष्ठ, शिवपाल दुस्तावा एवं मंजु त्रिपाठी के समीक्षात्मक लेख प्रकाशित हैं।
प्रसंग संस्थान के अध्यक्ष डॉ. इन्द्र प्रकाश श्रीमाली के संयोजन में गोविन्द माथुर, गीतकार किशन दाधीच, मिठेश निर्माही, ज्योतिपुंज, अशोक मंथन, उर्दू की अफसाना निगार डॉ. सरवत, आशा पांडे ओझा, रागिनी शर्मा, नितिन मौलिक, मनमोहन मधुकर, विनोद अडानिया, निर्मला शर्मा, निर्मल गर्ग, किरण बाला किरण, नरोत्तम व्यास, आदर्श चतुर्वेदी, सुयश चतुर्वेदी जगदीश तिवारी, संगम चतुर्वेदी, श्रेय चतुर्वेदी और प्रसंग की सचिव मंजु चतुर्वेदी ने काव्य पाठ किया। स्वागत भाषण निदेशक डॉ. रश्मि बोहरा ने दिया तथा कार्यक्रम के अंत में शिवरतन तिवारी ने पधारे हुए सभी साहित्यकारों को धन्यवाद ज्ञापित किया।