ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट और टीएसपी फंड की राशि बढाने से जनजाति क्षेत्र का विकास होगाः सांसद रावत

बजट पर प्रतिक्रियाः जनजाति क्षेत्र के विकास पर फोकस
उदयपुर, 19 फरवरी। सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने बुधवार को पेश राजस्थान के बजट में आदिवासी क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक धार्मिक और इको टूरिज्म साइट्स के विकास को लेकर ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट विकसित करने की घोषणा पर खुशी जताई है और कहा कि कि इससे आदिवासी क्षेत्र के विकास के साथ रोजगार के मार्ग भी प्रशस्त होंगे।
सांसद श्री रावत ने कहा कि राजस्थान सरकार का बजट सर्वस्पर्शी व सर्वव्यापी है जिसका लाभ प्रदेश के हर वर्ग को मिलेगा। बजट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत 2047 के सपने को साकार करने की दिशा में कई घोषणा की गई है। यह पहला ग्रीन बजट है जिसके फायदे सालों तक मिलेंगे। 100 करोड़ की लागत से ट्रायबल टूरिस्ट सर्किट विकसित किया जाएगा जिसमें बांसवाड़ा जिले की त्रिपुरा सुंदरी, मानगढ़ धाम, प्रतापगढ़ जिले का सीतामाता अभयारण्य, उदयपुर जिले के ऋषभदेव, प्रतापगढ़ जिले के गौतमेश्वर मंदिर, चित्तौड़गढ़ जिले के मातृकुंडिया आदि को शामिल किया गया है। टीएसपी फंड की राशि 1750 करोड़ करने की घोषणा पर भी सांसद श्री रावत ने मुख्यमंत्री भजनलाल का आभार जताया।
मुख्यमंत्रा निःशुल्क बिजली योजना के लाभान्वित परिवारों को चरणबद्ध रूप से सोलर प्लान्ट, 150 यूनिट बिजली प्रतिमाह निःशुल्क, 600 मंदिरों पर दीपावली, होली एवं रामनवमी जैसे प्रमुख त्योहारों पर विशेष साज-सज्जा व आरती के कार्यक्रमों का आयोजन, ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने 10 गांवों को विकसित करने, त्रिवेणी संगम-बेणेश्वर धाम, रामेश्वर घाट एवं बीगोद संगम को विकसित करने, उदयपुर में वैदिक गुरुकुल एवं वैदिक पर्यटन केन्द्र की स्थापना जैसी घोषणाओं से राजस्थान विकास के नए रास्ते पर अग्रसर होगा। जनजाति क्षेत्र के विकास पर फोकस करने से इस क्षेत्र का भी चहुंमुखी विकास होगा।

सांसद डॉ रावत व कल्याण आश्रम के प्रदेश संगठन मंत्री ने राज्यपाल से की भेंट
उदयपुर, 19 फरवरी। सांसद डॉ मन्नालाल रावत और राजस्थान वनवासी परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री जगदीश कुल्मी ने बुधवार को राजस्थान के राज्यपाल हरिभाउ किसनराव बागडे से राज भवन मे भेंट की।
इस दौरान उन्होंने अनुसूचित क्षेत्र में पेसा कानून के प्रभावी क्रियान्वयन, राजस्थान पेसा नियमों में संशोधन, राज भवन में टीएसपी प्रकोष्ठ के गठन तथा जनजातीय परामर्श परिषद में जनजाति विशेषज्ञों की नियुक्ति जैसे विषयों पर राज्यपाल से चर्चा की। राज्यपाल को अवगत कराया गया कि जनजाति के विकास के लिए मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र में कुछ उल्लेखनीय कार्य हुए हैं जिन्हें संवैधानिक शक्तियों के अनुरूप राजस्थान में लागू किया जा सकते हैं। बैठक के दौरान भाजपा द्वारा जनजातियों के लिए किए गए कार्यों पर डॉ मन्ना लाल रावत एवं डॉ रजनी पी रावत द्वारा लिखी अटल नमो पथ नामक पुस्तक भेंट की। इस बैठक में प्रदेश संगठन मंत्री जगदीश कुल्मी राजस्थान वनवासी परिषद भी साथ थे।

By Udaipurviews

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