उदयपुर, 29 नवंबर। पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेन्ट एण्ड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट जयपुर द्वारा राज्य लोक उपापन में पारदर्शिता विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केंद्र, क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजित किया गया । संस्थान के संयुक्त निदेशक परशुराम सैनी (राज. लेखा सेवा) ने बताया कि संस्थान द्वारा वित्त से सम्बन्धित विभिन्न विषयों यथा प्रोजेक्ट मैनेजमेन्ट, ऑक्शन मैनेजमेन्ट, वित्त विभाग की पहलों, अलटरनेटिव एण्ड इनोवेटिव फंडिंग मैकेनिस्म पब्लिक पा्रइवेट पार्टनरशिप, बजट प्रबंधन, बजट प्रबन्धन, फाइनेंस फॉर नॉन फाइनेंस एक्जिक्यूटिव,,आईएफएमएस आदि विषयों पर कार्यक्रम आयोजित करवाये जा चुके है, जिसमें लगभग 4000 सरकारी अधिकारियों-कार्मिकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है।
कार्यक्रम के समापन सत्र में मुख्य अतिथि स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग के अतिरिक्त निदेशक तुलसीराम अग्रवाल ने वित्त विभाग की इस पहल का स्वागत किया तथा प्रशिक्षण की महता बताते हुए सरकारी खरीद को पारदर्शी बनाने में राजस्थान सरकार की अग्रणी भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने लोकसेवकों को इन अधिनियम के मूल उद्देश्यों के समझने की आवश्यकता पर बल दिया। सैनी ने बताया कि तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञ के रूप में तुलसीराम अग्रवाल, निर्मल चित्तोड़ा, सेवानिवृत अति. मुख्य अभियन्ता, पी.एच.ई.डी. उदयपुर, दलपत सिंह राठौड मुख्य लेखाधिकारी, उदयपुर विकास प्राधिकरण, गौरव सोमानी, परियोजना अधिकारी, जिला परिषद् राजसमन्द, अनिल जैन सेवानिवृत, अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता पी.एच.ई.डी. अजमेर तथा चार्टेड अकाउन्टेंट, निखिल चित्तोड़ा रहे। प्रशिक्षण कार्यकम का मुख्य उद्देश्य सरकारी खरीद में पारदर्शिता लाना, सभी का समान अवसर प्रदान करना तथा सरकारी खरीद में दिन-प्रतिदिन विभागों में आने वाली समस्याओं के निस्तारण हेतु क्या बेहतर प्रयास किये जा सकते है।