अंतर्राष्ट्रीय कुडो सेमिनार में दूसरे दिन दिया गया डायनेमिक एवं पावरफुल किक्स (लातों की प्रहार) का प्रशिक्षण

उदयपुर 6 जुलाई। एस.आर.ए.एम.एम.ए. एवं श्कूडोश् राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में सेंसाई कॉम्बैट एरीना पर चल रहे तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कूडो प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन सेंसाई टेरागुची ने प्रशिक्षणार्थियों को फुल कांटेक्ट की थाई मावशी, मायगिरी,योको गेरी,उरा, मावाशी गहरी, आशि, कुरमा, गेरी का विशेष. प्रशिक्षण दिया.
शिविर निदेशक. एवं कुडो के मुख्य प्रशिक्षक शिहान् राजकुमार मेनारिया ने बताया कि कई वर्षों के अभ्यास एवं सैकड़ो फाइट्स खेलने के बाद श्कूडो के विश्व विजेताश् बने सेंसाई टेरा गुची का अनुभव ही इस प्रशिक्षण को सबसे खास बनाता है।
कीक करना ही नहीं बल्कि समय सही ताकत और बिजली की गति से सही प्रहार और संतुलन  बहुत आवश्यक भाग हैं।
आज के प्रशिक्षण सत्र दो दो घंटे के तीन भागों में विभक्त किया गया। जिसमें पावर ट्रेनिंग, स्टैमिना, बैलेंस के साथ ष्फ्री स्पारींगष् ष्क्रॉस कॉम्बैटष् का सघन प्रशिक्षण सत्र चलाया गया. जहां संसार सेंसाई टेरागुची ने प्रत्येक खिलाड़ी की कमियों को दुरुस्त किया और सही तकनीक का मार्गदर्शन किया.
आज के प्रशिक्षण में सेंसाई टेरागुची के साथ शिहान् राजकुमार मेनारिया , रेंशी विस्पी खराड़ी जैसे मुख्य प्रशिक्षकों के साथ रेंशी विपाश मेनारिया सेंसाई प्रांशु वोरा सेंसाई जिदानश् खराड़ी, सेंसाई राजनंदिनी, सेंसाई कार्तिकेय गुर्जर, सेंसाई जगपाल एवं सेंसाई भूपेंद्र बंधु ने सहायक प्रशिक्षकों की भूमिका निभाई.
सायंकालीन सत्र में ने-वाजा एवं काता मे-वाजा ग्राउंड फाइट्स की विभिन्न तकनीकों एवं की दांवपेचों के प्रशिक्षण व अभ्यास पर ध्यान दिया गया श्कूडोश् के चार सेगमेंट में ग्राउंड फाइट ने-वाजा प्रतिद्वंदी को काबू करने एक प्रमुख कला है जिसमें प्रहार आक्रमण के साथ-साथ प्रतिद्वंद्वी को दम गोटो तकनीक अथवा विरुद्ध दबाव तकनीक द्वारा आत्मसमर्पण करने को मजबूर कर दिया जाता है।
भारत के मुख्य कूडो कोच हांशी मेहुल वोरा ने प्रशिक्षणार्थियों के उत्साह और मेहनत और जिज्ञासा को देखकर प्रशंसा की और 2 दिन के प्रशिक्षण पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि कल अंतिम दिन सभी तकनीकों का कडा अभ्यास और भरपूर प्रशिक्षण मिले ।

By Udaipurviews

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