कार्यक्रम के दौरान रणबांका बालाजी ट्रस्ट अध्यक्ष श्रीमती श्वेता सिंह राठौड़ ने कहा, “इन पहलों ने न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त किया है, बल्कि उनमें गर्व और आत्मविश्वास की भावना भी जागृत की है। यहाँ का यह परिवर्तन इस बात का प्रमाण है कि ग्रामीण समुदायों को सही अवसर और समर्थन मिलने पर वे क्या कर सकते हैं।”
लाइवलीहुड रिसोर्स सेंटर की स्टेट टीम में रणबांका बालाजी ट्रस्ट अध्यक्ष श्वेता सिंह राठौड़, कुंभलगढ़ प्रधान कमला दसाणा, स्थानीय सरपंच विकास दवे, वॉटरशेड विभाग के प्रतिनिधि एसीईओ और डीपीएम डॉ. सुमन अजमेरा, आजीविका प्रबंधक मनीष मेवाड़ा, बीपीएम तनवीर आलम, भेरूलाल बुनकर शामिल थे। इस कार्यक्रम में सेवंत्री की विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की सक्रिय भागीदारी रही।
इस दौरे ने इन महिलाओं की प्रेरणादायक यात्रा को उजागर किया जिसमें उनकी वर्तमान आय, उनकी उम्मीदों से अधिक उपलब्धियां और आजीविका परियोजना का व्यापक प्रभाव शामिल था। उपस्थित लोगों को इन महिलाओं की सशक्तिकरण, दृढ़ता और आर्थिक स्वतंत्रता की कहानियों ने प्रेरित किया।
इस दौरे ने स्थानीय संसाधनों के उपयोग और सामूहिक प्रयासों के महत्व को रेखांकित किया, जो आजीविका को बढ़ावा देने में सहायक साबित हो रहे हैं। अतिथियों ने आजीविका संसाधन केंद्र और भाग लेने वाली महिलाओं के समर्पण और नवाचारी दृष्टिकोण की प्रशंसा की।
कार्यक्रम का समापन सेवंत्री की महिलाओं को निरंतर समर्थन और ऐसे प्रभावशाली प्रोजेक्ट्स को क्षेत्रभर में विस्तार देने के संकल्प के साथ हुआ। लाइवली हुड रिसोर्स सेंटर में महिलाओं में स्वरोजगार बढ़ाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियां संचालित हैं।