भीलवाड़ा, 24 अप्रैल। राज्य सरकार की विशेष पहल पर आयोजित हो रहे महंगाई राहत कैंप, प्रशासन गांवों के संग तथा प्रशासन शहरों के संग अभियान का सोमवार को जिलेभर में उत्साह के साथ आगाज हुआ। जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित कैंपों का आमजन ने भरपूर लाभ उठाया। महंगाई से राहत देने वाली दस योजनाओं के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा हस्ताक्षरित गारंटी कार्ड लाभार्थियों को वितरित किए गए।
राजस्व मंत्री श्री रामलाल जाट, जिला कलक्टर श्री आशीष मोदी ने केरिया तथा कबराडिया में महंगाई राहत कैंप तथा प्रशासन गांवों के संग अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर राजस्व मंत्री, जिला कलक्टर एवं जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड प्रदान कर कैंप की शुरुआत की।
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजस्व मंत्री श्री रामलाल जाट ने कहा कि सरकार वंचित और गरीब तबके के कल्याण व उत्थान के लिए बहुत संवेदनशील है। राज्य सरकार की मंशा है कि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकार की जनकल्याणकारी और महंगाई से राहत देने वाली योजनाओं से वंचित न रहे। इसी मंशा से महंगाई राहत कैंप का आयोजन कर प्रत्येक पात्र व्यक्ति को लाभान्वित करने के उद्देश्य से सरकार गांव-गांव और वार्ड-वार्ड तक पहुंच रही हैं। उन्होंने लाभार्थियों और उपस्थित जनों से कहा कि कैंप के लिए भरपूर मेहनत करें ताकि प्रत्येक व्यक्ति को महंगाई राहत का आशीर्वाद मिल सके। सरकार बिजली का बिल जीरो कर, अन्नपूर्णा योजना में घर घर राशन पहुंचाकर, किसानों को बिजली मुफ्त देकर, पशुओं का बीमा कर लोगों को संबल प्रदान कर रही है। हम सभी को मिलकर इन महंगाई राहत कैम्पों की जानकारी आमजन तक पहुंचानी है ताकि अधिक से अधिक लोग यहां आकर लाभान्वित हो सके।
जिला कलक्टर श्री आशीष मोदी ने उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुकूल जिले में महंगाई राहत कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। हमारी कोशिश है कि जिले का एक भी व्यक्ति इस कैंपों में राहत पाने से वंचित नहीं रहे।
उन्होंने आमजन से अनुरोध किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में आकर इन महंगाई राहत कैंपों का लाभ उठाएं।
प्रधान शंकरलाल कुमावत एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी नागरिकों से कैंपों में रजिस्ट्रेशन करवाने की अपील की। इस दौरान सहित एसडीएम मांडल श्री हुकमीचंद,एसडीएम करेड़ा श्री नारायण लाल, बीडीओ श्री संदेष पराषर, बीडीओ श्री त्रिलोकाराम एवं जनप्रतिनिधि, अधिकारी, एवं नागरिकगण मौजूद थे।