11मेडिकल कॉलेज के 130 डॉक्टर्स ने दी निःशुल्क सेवाएं
उदयपुर। “स्वास्थ्य सेवा से राष्ट्र सेवा” का भाव रखने वाले एलोपैथिक डॉक्टर्स के लिए रविवार का दिन विशेष सुकून देने वाला रहा। राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद, उदयपुर एवं नेशनल मेडिकल आर्गेनाइजेशन के संयुक्त तत्वाधान में उदयपुर संभाग के दूरस्थ जनजाति गांवों में एक दिवसीय निःशुल्क चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा शिविर आयोजित किए गए थे। मौसमी बीमारियों के निदान के लिए यह सही शिविर आयोजित किए गए थे। इन शिविरों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही हाल ही बने नए डॉक्टर्स ने भी काफी उत्साह के साथ भाग लिया।
इस से पूर्व राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद के सेक्टर 13 स्थित प्रदेश कार्यालय पर आयोजित एक संक्षिप्त आयोजन के बाद सांसद डॉ मन्नालाल रावत,सी एम एच ओ डा शंकरलाल बामनिया, राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री विपुल भाई, चिकित्सा आयाम के प्रमुख डा राजेश मलिक, एनएमओ के पदाधिकारी
डा राजकुमार हर्षवाल, डा प्रद्युमन गोयल उपस्थित थे। सांसद डा रावत सहित अन्य अतिथियों ने हरी झंडी दिखा चिकित्सा दलों को रवाना किया।
इन शिविरों में राजस्थान के 11 मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टर्स ने अपना योगदान दिया। उनके साथ जयपुर, जोधपुर, कोटा,बीकानेर, उदयपुर, बीकानेर,उदयपुर, डूंगरपुर,अजमेर,पाली,झालावाड़, भीलवाड़ा, चूरू सहित अन्य स्थानों के 130 डॉक्टर्स की टीमें थी। आदिवासी अंचल के 20 गांवों में यह शिविर आयोजित हुए, जिनमें 1558 महिला एवं 1203 पुरूष रोगियों का उपचार किया गया। उनके रोगों से संबंधित सभी आवश्यक जांचें मौके पर ही निःशुल्क की गई। शिविरों के समापन पर विपुलभाई, सीएमएचओ ने इन शिविरों का फीडबैक लेते हुए सुझाव भी लिए।
उदयपुर संभाग के वरली, आमली, नयागांव, दमाणा, मादला,टिण्डोल, नेनबारा, गौराणा तत्लाई,ओबरा खुर्द, झुझारपुरा, फरारा, बोरज, खैरवाडा, पालपादर, खानमीन, मूघर, सामरूणलाई और निचली सदकड़ी में हुए।
परिषद के महामंत्री घेवर चद जैन, प्रदेश मंत्री मोहनलाल जैन, सह मंत्री शंकरलाल पटेल, उपाध्यक्ष जगदीश प्रसाद जोशी, महानगर अध्यक्ष चंद्रेश बाफना, रमेशचंद सोनी, गोपाललाल कुमावत ने आगंतुक चिकित्सक दल का स्वागत किया।
चिकित्सकों में राष्ट्र सेवा का भाव जगाता है एनएमओ
राष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन एलोपैथिक डॉक्टर्स का संगठन है। जो कि डॉक्टर्स में राष्ट्र चरित्र निर्माण व स्वास्थ्य सेवा से राष्ट्र सेवा चिंतन पर कार्य करता है
। नर सेवा, नारायण सेवा के मूल मंत्र पर काम करने वाला यह संगठन नए युवा डॉक्टर्स में राष्ट्रीय संस्कृति व राष्ट्रीय चरित्र निर्माण करने में मुख्य भूमिका निभाता है। वर्ष भर में विभिन्न वनवासी क्षेत्रों एवं सेवा बस्तियों में निशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन करता है। राणा पूंजा सेवा यात्रा के नाम से आयोजित होने वाले चिकित्सा शिविरों के जरिए मेडिकल स्टूडेंट्स को वनवासी क्षेत्रों के रोगियों को चिकित्सा सेवाएं देने एवं
सभी वर्ग के नागरिकों को एक सूत्र में पिरोने का अभिनव प्रयोग है।