वीर सावरकर के पोते रणजीत सावरकर का कहना
उदयपुर। वीर सावरकर के पोते रणजीत सावरकर का कहना है कि जिस जेल में क्रांतिकारी रहे, केन्द्र सरकार उस जेल को राष्ट्रीय तीर्थस्थल घोषित कर देना चाहिए। साथ ही वहां युवाओं को जाने के लिए रियायत देनी चाहिए, ताकि उन्हें पता चला कि किस तरह सावरकर तथा भारत के अन्य क्रांतिकारियों ने अपने दिन किन मुश्किलों में गुजारे। रणजीत सावरकर चित्तौड़गढ़ में आयोजित अखिल भारतीय वीर सावरकर साहित्य सम्मेलन में भाग लेने शनिवार को चित्तौड़गढ़ आए थे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से मांग की थी कि जिस तरह पूरे देश में तीर्थ स्थलों के विकास की योजनाएं जारी है, उसी तरह अंडमान स्थित सेल्यूलर जेल को राष्ट्रीय तीर्थ स्थल का दर्जा देकर विकास कार्य करें। साल 1857 के बाद से वीर सावरकर सहित कई क्रांतिकारियों ने उस जेल में अपने मुश्किल दिन गुजारे थे। उन्होंने देश के लिए सब कुछ त्यागकर काला पानी की सजाकाटी थी। देश के युवाओं को इसका पता चलना चाहिए। इसके लिए केंद्र सरकार को युवाओं के वहां आने-जाने तथा रहने की रियायती व्यवस्था करनी चाहिए।
नेहरू ओर गांधी की वजह से नहीं मिली आजादी
रणजीत सावरकर ने बताया कि कांग्रेसी केवल यही बोलते हैं कि नेहरू और गांधी की वजह से ही आजादी मिली थी। यह बिल्कुल गलत तथा असत्य बात है। केवल सत्ता के लिए इतिहास को दबाया गया। वीर सावरकर के अलावा लाला लाजपत राय और अन्य कई क्रांतिकारियों को कोई महत्व नहीं दिया गया। इसी का परिणाम है कि वीर सावरकर के बारे में लोग पिछले सात-आठ साल से ही जानने लगे हैं। राजकीय सम्मान को लेकर उन्होंने कहा कि जिन लोागें ने देश के लिए प्राण त्याग दिए, उनके लिए मान-सम्मान कोई बड़ी बात नहीं है।
राहुल गांधी पर बोले, देते रहते हैं विवादित और अपमानजनक बयान, भुगतेंगे परिणाम
रणजीत सावरकर ने राहुल गांधी को लेकर कहा कि वह हमेशा ही अपमानजनक और विवादित बयान देते हैं। इसका परिणाम भी भुगतेंगे। वीर सावरकर पर अपमानजनक बयान देने पर उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया हुआ है। हाल ही अदालत के निर्देश पर पुलिस ने उन्हें नोटिस दिया है। उन्होंने इस मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वह राहुल के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाएं। बार-बार वीर सावरकर के जिस माफीनामा की बात कर रहे हैं, वह साबित करके दिखा दे। वह माफीनामा नहीं था बल्कि पिटिशन का विवरण था। राजनीतिक स्वार्थ के लिए वीर सावरकर को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने तो देशद्रोही तक कह दिया।
राजनीति में आने का विचार नहीं
रणजीत सावरकर ने कहा कि उनको या उनके परिवार को राजनीति में आने का कोई भी विचार नहीं है। वीर सावरकर ने जो किया, राष्ट्र के लिए किया। वह राजनीति से ऊपर उठकर किया है। इसलिए उनके परिवार को भी राजनीति में आने का कोई इंटरेस्ट नहीं है।
जिस जेल में क्रांतिकारी रहे, उन्हें राष्ट्रीय तीर्थस्थल घोषित करे केन्द्र सरकार
