राजसमंद जिले के देवगढ़ में पिछले महीने मंदिर की भूमि पर कब्जे के लिए पुजारी दंपती को जिंदा जलाने के लिए पेट्रोल बम फिंकवाए थे, पुजारी ने उदयपुर के अस्पताल में तोड़ दिया था दम, पत्नी का उपचार अभी भी जारी
-सुभाष शर्मा
उदयपुर। राजसमंद जिले के देवगढ़ क्षेत्र के देवनारायण मंदिर की भूमि पर कब्जा करने की नीयत से पुजारी दंपती पर पेट्रोल बम फिंकवाने वाले आरोपित को पुलिस ने अंतत: सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। देवगढ़ के ही एक भूमि दलाल ने हैदराबाद में बैठकर कुछ बदमाशों को पुजारी दंपती को जिंदा जलाने के लिए सुपारी दी थी। जिसके बाद एक दर्जन से अधिक बदमाशों ने पुजारी दंपती पर उस समय पेट्रोल बम से हमला कर दिया था, जब वह अपने बेटे की दुकान पर खाना खा रहे थे। घटना में पुजारी दंपती बुरी तरह जल गए थे और पुजारी ने कुछ दिनों बाद उदयपुर के सुपर स्पेशिलिटी वार्ड में दम तोड़ दिया था। इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर पुलिस महानिरीक्षक प्रफुल्ल कुमार को अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा था। जिसके तहत पुलिस एक दर्जन से अधिक आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी थी लेकिन पुजारी को जिंदा जलाने के लिए सुपारी देने वाले मुख्य आरोपित की तलाश जारी थी। जिसके तहत पिछले दस दिनों से राजसमंद पुलिस सिरोही तथा गोरमघाट के जंगलों की खाक छान रही थी।
मिली जानकारी के अनुसार हीरा की बस्तीस निवासी पुजारी नवरत्न लाल ही हत्या के लिए सुपारी देने वाले मुख्य आरोपित सिरोड़ी—देवगढ़ निवासी धर्मवीर सिंह उर्फ धमेन्द्र सिंह पुत्र धूल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। वह गोरमघाट के जंगल में छिपा हुआ था और पुलिस उप अधीक्षक बेणीप्रसाद मीणा तथा पुलिस टीम पिछले दस दिनों से उसकी तलाश में जुटी थी। उप अधीक्षक मीणा ने बताया कि धर्मवीर सिंह ने ही चार आरोपितों को पुजारी दंपती को जिंदा जलाने के लिए सुपारी दी थी। इसके लिए उसने चार आरोपितों को एडवांस के रूप में चार—चार हजार रुपए दिए थे। जिन्होंने अपनी बाइक में पेट्रोल टंकी फुल करवाने के बाद उसमें से पेट्रोल निकाला और गुब्बारों में पेट्रोल भरकर पेट्रोल बम तैयार किए। पुजारी जब अपने बेटे की दुकान पर बैठकर पत्नी के साथ देर शाम खाना खा रहे थे तब पेट्रोल बम फैंककर दुकान में आग लगा दी थी और आग से घिरे पुजारी दंपती गंभीर रूप से झुलस गए थे।