सभा मण्डप में स्थापित किये गणपति
उदयपुर। सार्वजनिक प्रन्यास मंदिर श्री महाकालेश्वर में आज विधि विधान व परम्परागत रूप से अभिजित मुर्हूत में गणपति महोत्सव की स्थापना की गई।
प्रन्यास सचिव एडवोकेट चन्द्रशेखर दाधीच ने बताया कि 10 दिवसीय गणपति उत्सव में हर वर्ष की भांति इस वर्ष की गणपति की मूर्ति की स्थापना सभामण्डप में की गई। उन्होंने बताया पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था। गणेशोत्सव के दोरान सभी लोग बप्पा घरों में विराजमान होते हैं और 10 दिनों तक उनकी विधि-विधान से पूजा की जाती है। किसी भी नए काम की शुरूआत से पहले भगवान गणेश की पूजा करने की परंपरा है। दाधीच ने बताया कि 10 दिवसीय गणेश महोत्सव में भगवान गणेश की नित्य पूजा अर्चना, भोग प्रसाद चढाया जाएगा तथा सांध्यकाल सभामण्डप में विराजित गणपति के सम्मुख भक्तों द्वारा गणपति व शिव के भजनों का गायन किया जाएगा।
श्री महाकालेश्वर अन्न यज्ञ सेवा समिति के के.जी.पालीवाल, भंवरलाल पालीवाल ने बताया कि प्रतिदिन आने वाले भक्तों के लिए अन्न यज्ञ सेवा समिति की ओर से प्रसाद वितरण किया जाएगा। के.जी.पालीवाल ने बताया कि हिंदू धर्म में बुधवार का दिन भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना के लिए, माना गया है। लाल गुड़हल के फूल और दूर्वा का विशेष महत्व गएापति बप्पा की पूजा में मानते हैं। मान्यता है कि यह दोनों चीजें भी बुधवार के दिन भक्त गणेश जी को पूजा में चढ़ाएं तो सभी मुरादें पूर्ण होती हैं।
दस दिवसीय चलने वाले गणपति महोत्सव के कार्यक्रम की संपूर्ण जिम्मेदारी अन्न यज्ञ सेवा मिति के रमेश राजपूत तेजशंकर पालीवाल, दु्रपुद सिंह चैहान करेंगे।
आज गणेश चतुर्थी के अवसर पर महाकालेश्वर मंे भव्य श्रृंगार किया गया पूरे मंदिर परिसर को रंगबिरंगे गुब्बारे से सजाया गया।