उदयपुर भू-स्थानिक तकनीकों पर राष्ट्रीय प्रशिक्षण शुरूपोषणीय विकास के लिये भूस्थानिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करें: डॉ. नाग
उदयपुर, 6 जून। भारत के पूर्व सर्वेयर जनरल एवं महात्मा गांधी काशी विश्वविद्यालय, बनारस के पूर्व कुलपति डॉ. पृथ्वीश नाग ने कहा कि वैश्विक स्तर पर पोषणीय विकास करने के लिये सयुंक्त राष्ट्र मंच के माध्यम से भूस्थानिक प्रौद्योगिकी यानी दूर संवेदन तकनीकी एवं भौगोलिक सूचना तंत्र को अपनाया जाना समय की आवश्यकता हो गयी है।डॉ. नाग मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग द्वारा आयोजित किये जा रहे 21 दिवसीय भूस्थानिक प्रौद्योगिक प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के स्तर पर पोषणीय विकास के एजेंडा में कोई भी भूखा नहीं रहेगा, गरीबी…