जनजाति प्रतिभा सम्मान समारोह
पुरखों की विरासत को संजोए रखना और समाज में फैल रहे सांस्कृतिक प्रदूषण को रोकना हम सभी की जिम्मेदारी
उदयपुर, 28 जनवरी। जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि आज हमें गर्व है कि आदिवासी समाज के बच्चे कलेक्टर भी है, एसपी भी है और बड़े प्रशासनिक पदों तक पहुंचे हैं। आज इस समारोह में सम्मानित हुई प्रतिभाएं हमारा आने वाला सुनहरा भविष्य है। श्री खराड़ी मंगलवार को जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग एवं टीआरआई द्वारा नगर निगम स्थित प. दीनदयाल उपाध्याय सभागार में आयोजित जनजाति प्रतिभा सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारा संस्कार ठीक नहीं होगा तो हम कितने भी ऊंचे पद पर पहुँच जाए किंतु हमारा सम्मान नहीं होगा। बड़ों का आदर करना, हमारी संस्कृति को जिंदा रखना, हमारे पुरखों की जो विरासत है उसको संजोए रखना भी हमारी जिम्मेदारी है।
शिक्षा के माध्यम से सशक्त होकर निभाएं अपनी जिम्मेदारी
मंत्री खराड़ी ने कहा कि लक्ष्य हमेशा बड़ा होना चाहिए, विभाग और सरकार भी आप की मदद करने के लिए पूरी तैयार और मुस्तैद है। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में हम बच्चों को आईएएस की निःशुल्क तैयारी भी करवाएंगे, उन्होंने योग्य और काबिल बनने की बात पर जोर देते हुए कहा कि सिर्फ नौकरी हासिल करना नहीं , हमें पढ़ लिख कर मालिक बनना है की मंशा के साथ आगे बढ़ना है। समाज और देश के प्रति जिम्मेदारी है उसे हमें निभाना है, शिक्षा के माध्यम से सशक्त होकर इस जिम्मेदारी को निभाना होगा।
भारतीय संस्कृति में ओल्ड एज हाउस व्यवस्था नहीं
श्री खराड़ी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में ओल्ड एज हाउस की व्यवस्था नहीं बल्कि श्रणव कुमार संस्कृति है जो माता-पिता को सर्वोपरि मानती है। पद पर पहुचने के बाद सेवा का भाव मन में होगा तो समाज भी सम्मान करेगा। हमें ऐसे लोगों से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है जिनके अच्छे योगदान के कारण आज समाज और देश जिन्हें याद करता है। शिक्षा ग्रहण कर जिस भी क्षेत्र में हम जाएं वहां हम अपना बेहतर योगदान दें, देश के लिए जीने की प्रेरणा लेकर काम करें। उन्होंने कहा कि समाज में फैल रहे सांस्कृतिक प्रदूषण को रोकने की जिम्मेदारी हम सभी की है। पड़ोसी देशों में हो रही घटनाओं से हमें सबक लेने की आवश्यकता है।
जनप्रतिनिधियों ने भी दी प्रतिभाओं को प्रेरणा
समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि संबोधित करते हुए उदयपुर लोकसभा सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने कहा कि प्रत्येक दिन बेहतर करने का संकल्प लें, आने वाले समय की बागडोर आप ही के हाथों में है। विकसित भारत संकल्प में आप सभी की प्रभावी भूमिका रहेगी, केंद्र और राज्य सरकार ने तय किया है कि जनजाति समाज के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किये जाएंगे। ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने जीवन में पढ़ाई का महत्व बताते हुए स्वंय के अनुभवों से छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया। उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन ने कहा कि पढ़ाई का सकारात्मक असर परिवार और समाज में पड़ता है, साधारण से साधारण परिवार का व्यक्ति भी अपनी प्रतिभा से ऊंचाईयों तक पहुँच सकता है।
अनुसूचित क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों की 197 जनजाति प्रतिभाओं का हुआ सम्मान
प्रतिभा सम्मान समारोह में अनुसूचित क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभाशाली जनजाति छात्र-छात्राओं एवं युवक-युवतियों को प्रशस्ति पत्र एवं उपरणा ओढ़ाकर अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। इस क्रम में दसवीं कक्षा के 17 छात्र एवं 15 छात्राओं समेत कुल 32, 12वीं कक्षा के 11 छात्र एवं 9 छात्राओं समेत कुल 20, राजपत्रित सेवा में चयनित 14 युवक एवं 12 युवतियों समेत कुल 26 तथा नीट परीक्षा उत्तीर्ण 61 छात्रों एवं 40 छात्राओं समेत कुल 101, यूजी के 12 छात्रों एवं 9 छात्राओं, पीजी की 4 छात्राओं तथा पीएचडी के 3 छात्र जनजाति प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
समारोह में संभागीय एवं टीएडी आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, अतिरिक्त आयुक्त टीएडी गीतेश श्री मालवीय, टीआरआई निदेशक ओपी जैन, टीएडी उपायुक्त रागिनी डामोर समेत विभागीय अधिकारी एवं बड़ी संख्या में जनजाति प्रतिभाएं एवं उनके परिजन उपस्थित रहे।