पचास के दशक मे कालेज के एकमात्र दंपत्ति विद्यार्थी होने की मधुर स्मृतियाँ आज पुनः  जीवित हुई- डा. कुंदन लाल कोठारी

उदयपुर 25 अगस्त. महाराणा भूपाल कालेज पूर्व छात्र परिषद ने आज कालेज के विवेकानन्द सभागार मे जीवन साथी सहित मासिक स्नेह मिलन कार्यक्रम हर्षोल्लास से मनाया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे 90 वर्षीय डा कुंदन लाल कोठारी ने कहा कि पचास के दशक मे कालेज के एकमात्र दंपत्ति विद्यार्थी होने की मधुर स्मृतियाँ आज पुनः  जीवित हुई है और वे अपने जीवन की उपलब्धियों का श्रैय यहां प्राप्त हुई उच्चतम शिक्षा को देते है।
मीडिया प्रभारी प्रोफेसर विमल शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत महासचिव शांतिलाल भंडारी के स्वागत उद्बोधन से हुई  तद्पश्चात सचिव डा आर के गर्ग ने पिछली बैठक का कार्यवाही  प्रतिवेदन प्रस्तुत कर सदन से स्वीकृत कराया।
समारोह मे अगस्त माह मे जन्मे येवंती कुमार बोलिया, हीरा लाल कुणावत,  संपत पोखरणा, अम्बा लाल सनाढ्य, प्रो डा आई वी त्रिवेदी, महावीर प्रसाद जैन, अशोक कुमार जैन सहित नये सदस्य संजीव भारद्वाज का तिलक व माला पहना अभिनंदन किया गया ।
अपने संबोधन मे प्रो आई वी त्रिवेदी ने जीवन के 70 वर्षों की यात्रा मे तीन बार मौत से सामना होने के वाकिये सुनाते हुए कहा कि हर बार बुज़ुर्गों का आशीर्वाद व मित्रों की शुभकामनाएं फलिभूत हुई है।
आपना परिचय देते हुए संजीव भारद्वाज ने बताया कि एमबी कालेज से गणित मे स्नातकोत्तर करने के पश्चात बैंक सेवा मे चयनित हो गये तथा अनेक शहरों मे सेवारत रह वरिष्ठ प्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त होकर विगत चार वर्ष से समाज सेवा को समर्पित जीवन जी रहे है।
श्री भंवर लाल पोखरना ने वसीयत की महत्वता पर व्याख्यान देते हुए उसे वरिष्ठ नागरिकों के लिये नितांत आवश्यक बताया जिसमे उन्हे चल अचल संपत्ति का पूर्ण ब्यौरा देने के साथ प्रभावी होने की तारीख व अनुपात का सुस्पष्ट वर्णन अदालती व्यवधान से बचाता है। वसीयत सादे कागज पर भी लिखी जा सकती है व उसे भी दो गवाहों से सत्यापित करा पंजीकृत कराया जा सकता है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों मे शांति लाल जैन ने महाराजा दशरथ की मनोदशा पर स्वरचित कविता सुनाई तो आर के खोखावत ने अपनी व्यंग्यात्मक “कलियुग की जन्माष्टमी”  सुना सबको गुदगुदाया। वहीं श्रीमती शारदा तलेसरा ने देश भक्ति गीत “सलाम उन शहीदों को” सुनाया। फिल्मी गीतों मे चन्द्र सिंह जैन ने “ए मालिक तेरे बंदे हम” , जे एस पोखरणा – “मधुबन मे राधिका नाचे रे” ,  रवीन्द्र भटनागर – “ऐ मेरे प्यारे वतन” सुनाया। आज के स्नेह भोज पर आमंत्रित करते हुए इ येवंती कुमार बोलिया ने  “जन्मदिन मनाओ पौध लगाओ”  कार्यक्रम से सभी को जुड़ने का आह्वान किया ।
दिवंगत श्रीमती कीर्ति रेखा गुप्ता की स्मृति मे दो मिनिट का मौन रख श्रद्धांजलि के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!