सुप्रकाशमति माताजी का आज बलीचा में ध्यानोदय क्षेत्र में होगा भव्य प्रवेश

जीवंत जीवन के लिये निरन्तरता आवश्यकः सुप्रकाशमति माताजी
उदयपुर। आर्यिका सुप्रकाशमति माताजी संघ का कल रविवार दोपहर 2.30 बजे बलीचा स्थित ध्यानोदय तीर्थ में प्रवेश होगा। आज माताजी अपने संघ के साथ ओड़ा गांव पंहुची।
ओमप्रकाश गोदावत ने बताया कि गणिनि आर्यिका 105श्री सुप्रकाश मति माताजी गत वर्ष 14 फरवरी उदयपुर से तीर्थ वंदना पद यात्रा ले कर निकली थी और उदयपुरवासियो के विनम्र आग्रह पर रविवार को पुनः उदयपुर पहुंच रही है। आर्यिका माताजी 5 शिष्या के साथ सांय ओड़ा से केवड़ा पहुंची जहाँ पर आयोजित धर्मसभा में गुरु माँ ने कहा कि जीवंत जीवन के लिये निरंतरता जरुरी है। जिस प्रकार नदी बहती रहती है तो पानी स्वच्छ रहता है,उसी प्रकार स्थिर जीवन ऊर्जा वान नहीं रहता इस लिये हमारे भाव थे की उन तीर्थं की वंदना के बनें और उत्तर भरत के प्रमुख तीर्थ सम्मेद शिखर की वंदना अयोध्या-वाराणसी कोशाम्बी गुनावा नवादा पावापुरी आदि ऐसे सभी तीर्थ हमनें अपने भावो को मोक्ष मार्ग को उच्च बनाने के लिये किया।
उन्होंने कहा कि आप भी जीवन मे कुछ करना चाहते हो तो बस कुछ अच्छे कार्य करते रहो जीवन अपने आप सुख समृद्धि मय होगा। उदयपुर ऐसा शहर है जहाँ ऊर्जावान श्रावक श्राविका रहते है तो साधु भी यहां खींचा चला आता है। गुरु माँ  2 फरवरी को प्रातः केवड़ा से विहार कर ढ़ोल की पाटी जैन मंदिर पहुंच कर वहा आहार चर्या होंगी एवं दोपहर 12.30 पद विहार अम्बा माता घाटी वाले 100फ़ीट रोड बालीचा सब्जी मंडी होते हुए ध्यानोदय तीर्थ मे 2.30बजे मंगल प्रवेश करेगी, जहाँ सकल दिगंबर जैन समाज के तहत सभी गुरु माँ भव्य स्वागत करेंगे।
गोदावत ने बताया कि जहाँ अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, सुरेश पदमावत के साथ ध्यानोदय ट्रूस्ट के ओम गोदावत-लक्ष्मी लाल मालवी, पुष्पेंद्र धन्नावत- दिलीप गोदावत एवं अखिल भारतीय सुप्रकाश ज्योति मंच के सभी सदस्य एवं उदयपुर के सरावगी समाज, खंडेलवाल समाज, नरसिंहपुरा समाज, चित्तौड़ा समाज, नागदा समाज, दशा एवं बिसा हुमड समाज एवं कई युवा संगठन अपने सदस्य के साथ स्वागत पाद प्रक्षालन पुष्प वर्षा के साथ करेंगे।
प्रवक्ता विपिन जैन ने बताया कि गुरु माँ करीब 1वर्ष मे 3500 किलोमीटर मीटर की यात्रा कर उदयपुर पहुंच रहे है। उनके साथ 5 और साध्वी भी पधार रहे है जिनका उदयपुर प्रवास रहेगा। गुरु माँ के ध्यानोदय प्रवास मे प्रति दिन प्रातः 7.30 बजे जिनाभिषेक, 9 बजे तत्व चर्चा, दोपहर 3 बजे से स्वाध्याय एवं सांय कालीन 7बजे आरती होंगी।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!