प्रतापगढ़,25 फरवरी। जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा प्रतापगढ़ द्वारा जिले में सामाजिक समावेशन कार्यक्रम के अंतर्गत दृष्टि बाधित बालिकाओ के लिए आत्मरक्षा का छ: दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण 20 फरवरी से 25 फरवरी तक चंद्रप्रभु जैन मंदिर बगवास में आयोजित किया गया।
“साइटसेवर्स”, बजाज अलायंस के आर्थिक सहयोग और सृष्टि सेवा समिति के संयुक्त तत्वाधान में सामाजिक समावेशन परियोजना के तहत देश और राज्य में नेत्रहीन व दिव्यांग बालिकाओं पर हो रहे अपराधों को रोकने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम जिले के सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाली बालिकाओं के लिए यह शिविर आयोजित किया गया। शिविर में नेत्रहीन व दृष्टि बाधित बालिकाओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। साथ ही नेत्रहीन बालिकाओं को शिक्षा के साथ आत्म रक्षा के तरीकों से से परिचित करवाया गया। शिविर में अपराधी के चाल चलन व उसे बिना देखे पहचानना, अपराधी की भाषा, बोलचाल और चाल चलन पर कान से सुनकर पता लगाना और बचाव के तरीके जैसे मुंह से उसको रोकना, चिल्लाना आदि के बारे में बताया गया। अन्य गतिविधियों के माध्यम से उनकी सुरक्षा और रोकथाम हेतु मुंबई से CTS सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षक अरविंद खेर द्वारा प्रशिक्षण दिया गया और बताया की कैसे हम हमारे उपर होने वाले हमलो का जवाब दे सकते है और किसी भी अपराधी से लड़ने से पहले आत्मविश्वास मजबूत कर सकते है। उन्होने बताया की बिना किसी सहयोग से अपने ऊपरी एहसास से सिखायी गए तरीकों के माध्यम से कैसे बचाव कर सकते है। उन्होने यह भी कहा की आत्मविश्वास और दृढ़ इच्छाशक्ति से हम किसी भी दुश्मन का मुकाबला आसानी से कर सकते हैं और हमे आक्रामक होने से ज्यादा अपने दिमाग का उपयोग कर स्वयं का बचाव करना ही सेल्फ डिफेंस है। शिक्षा विभाग से मास्टर ट्रेनर मीना कुमारी शर्मा और डिंपल ग्वाला ने बच्चो को समय समय पर आत्मरक्षा पर प्रैक्टिस, वार्मअप और मनोरंजन खेलकूद के माध्यम से बच्चो का मन बनाए रखा। इसी सत्र के साथ ही महिला अधिकारिता विभाग से अनामिका शाह, अंगुरबाला जी ने लड़कियों के साथ उम्र के अनुसार शारीरिक बदलाव, मासिक चक्र, स्वास्थ्य व सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला। सृष्टि सेवा समिति के कार्यक्रम समन्वयक लोकेश प्रजापत ने बताया कि हमारे सामने कभी ऐसी मुसीबत आने पर अपने मुंह से चिल्लाकर अपने आसपास के लोगों को यह सूचना दे और सबसे पहले बिना छुपाए हमारे घनिष्ठ मित्र, अभिभावक एवं पुलिस और डॉक्टर को बताना जरूरी होता है ताकि हमारे साथ हुए अपराध को रोक सकते हैं और आगे के लिए भी उसका सही तरीका और मिलकर सामना करने में मददगार हो सकता है कभी भी हमें किसी से नहीं डरना चाहिए और स्वयं का बचाव करना ही हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
सीडब्ल्यूएसएन छात्र छात्राओं के लिए दो दिवसीय शिविर आयोजित