-धोली बावड़ी को पुनर्जीवित कराने की अपील की
उदयपुर, 18 नवंबर/ शहर के वरिष्ठ नागरिक एवं समाजसेवी मदन मोहन टांक ने पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाबचंद कटारिया को पत्र लिखकर शहर में ऐतिहासिक दृष्टि से अपना विशेष स्थान रखने वाली धोली बावड़ी को पुनर्जीवित कराने की अपील की है। पत्र के माध्यम से टांक ने श्री कटारिया को अवगत कराया कि आप सदैव शहर के विकास को लेकर प्रतिबद्ध रहे है और आपके प्रयासों से शहर के कई ऐतिहासिक व पर्यटक स्थलों को विशिष्ट पहचान मिली है। इस पत्र में धोली बावड़ी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह है कि यह बावडी उदयपुर शहर की सबसे सुन्दर बावडी थी। यदि इस बावड़ी को पुनः जागृत कर दिया जाए तो निश्चित रूप से इसे पर्यटक देखने आयेंगे। इससे सुन्दर बावड़ी उदयपुर में न तो कभी थी, न है और न कभी नई बन सकती है। इस ऐतिहासिक व मेवाड की धरोहर को पुनर्जीवित करने के लिये आपसे आग्रह है कि इसके लिए प्रसाशनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी करने हेतु संबंधित को निर्देशित करे। उल्लेखनीय है कि सन् 1882 में तत्कालीन महाराणा सज्जन सिंह जी ने दिल्ली दरवाजे के अन्दर एक बावड़ी का निर्माण कराया था। यह तीन मंजिला बावड़ी राजनगर के सफेद मार्बल से बनाई गई थी। इसका निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने पर 29 जुलाई 1882 को महाराणा सज्जन सिंह जी बग्गी में बैठकर बावड़ी को देखने आये। (हकीकत बहिडा महाराणा सज्जन सिंह, पृष्ठ सं. 455) बावडी को देखते उन्होंने आश्चर्य से कहा कि अरे या तो घोली वावडी है। तभी से यह बावड़ी व इसके आस-पास का क्षेत्र धोलीबावड़ी के नाम से जाना जाता है।