‘सेव अ लाइफ’ अभियान वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में हुआ शामिल
उदयपुर, 1 मई। उदयपुर जिला मुख्यालय और आसपास के क्षेत्रों में हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने की दृष्टि से संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट की पहल पर जिला प्रशासन, इकॉन गु्रप उदयपुर और पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में 1 से 18 मार्च तक चलाए गए ‘सेव अ लाइफ’ अभियान ने जिले को अन्तर्राष्ट्रीय गौरव दिलाया है। शहर को दुर्घटनामुक्त बनाकर आम जनजीवन को सुरक्षित करने के इस अभियान को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड, लंदन में स्थान मिला है। सोमवार को इकॉन गु्रप के चैयरमेन डॉ. जितेन्द्र कुमार तायलिया ने संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड द्वारा जारी किए गए प्रमाण पत्र को सौंपा और उन्हें इस अभियान को सफल बनाने के लिए दिए गए प्रशासनिक सहयोग के लिए आभार जताया। इस मौके पर संभागीय आयुक्त भट्ट ने कहा कि पर्यटन सिटी होने के कारण लेकसिटी में देश-दुनिया से पर्यटकों का आवागमन होता है ऐसे में यदि हम दुर्घटनामुक्त सड़क परिवहन सुविधा दे पाए तो पर्यटकों को हमारी सबसे बड़ी सौगात होगी। इस मौके पर डॉ. तायलिया ने बताया कि भारत में पहली बार पब्लिक सेफ्टी को लेकर चलाए गए अभियान में सक्रिय सहभागिता के कारण संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट व स्थानीय प्रशासन को वर्ल्ड रिकार्ड का सम्मान प्राप्त हुआ है।
इस तरह बना वर्ल्ड रिकार्ड :
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड अध्यक्ष एवं सीईओ संतोष शुक्ला द्वारा जारी प्रमाण पत्र में बताया गया है कि जिला प्रशासन व इकान गु्रप (अहमदाबाद) द्वारा 1 से 18 मार्च, 2023 को उदयपुर शहर में चलाए गए ‘सेव अ लाइफ’ रोड सेफ्टी अभियान के तहत सोशल मीडिया पर 30 लाख से अधिक इंप्रेशन के साथ जन सहभागिता से इस अभियान को पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशीप में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड्स लंदन में सम्मिलित करते हुए प्रमाणित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि इस अभियान को देखते हुए शहर को दुर्घटनामुक्त बनाने और अभियान की गतिविधियां का जायजा लेने के लिए संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट खुद सड़क पर उतरे थे और करीब एक घंटे तक पैदल चलकर सड़क किनारे बेतरतीब पार्किंग और अतिक्रमण को हटवाकर सुचारू ट्रेफिक के लिए संबंधित अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए थे। इस दौरान संस्थान द्वारा शहर के प्रमुख चौराहों पर लेन प्रबंधन की गतिविधियों और इससे सुचारू ट्रेफिक को देखकर खुशी जताई थी। अभियान में वॉलियंटर्स व ट्रेफिक पुलिसकर्मियों द्वारा दुपहिया वाहनों को एक लेन में और तिपहिया व चौपहिया वाहनों को अलग लेन में लगाने व समझाईश की गई तथा ट्रेफिक नियमों का पालन करने वाले चालकों को प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित भी किया था।