उदयपुर, 30 जनवरी। नारायण सेवा संस्थान उदयपुर ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के दिव्यांगों के जीवन सुधार के लिए संतोषी माता मंदिर, इस्लामिआ बाजार में अपने पुराने भवन के नवीनीकरण बाद नव सेवा संकल्पों के साथ लीलावती राठी मानव मंदिर नामक केंद्र शुरू किया।उद्घाटन के मुख्य अतिथि कमल नारायण राठी ,जैन रत्न सुरेंद्र लूणिया, संपतमल कोठारी, संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल, रमेश गोयल और टीआरएस के नेता गडेकम श्रीनिवास मौजूद थे।
नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि संस्थान 4 जनवरी 2004 से आंध्र प्रदेश के दीन दुखियों और दिव्यांगों को हैदराबाद में ही मदद पहुंचा रहा है। संस्थान ने पुरानी बिल्डिंग का रिनोवेशन कर दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम कदम उठाया है। इस भवन में दिव्यांगों को फिजियोथेरेपी, कृत्रिम हाथ-पैर और कैलिपर्स लगाने के अलावा उन्हें अपने परिवार का भरण पोषण करने लायक बनाने के लिए 45 दिवस का मोबाइल, 60 दिवस का कम्प्यूटर एवं 90 दिवस सिलाई कोर्स करवाया जाएगा।
उन्होंने बताया की संस्थान अब तक लगभग 5000 दिव्यांगों को स्वावलम्बन का प्रशिक्षण देकर दिव्यांगता के बोझ तले दबे लोगों को हुनरमंद खुशहाल जिन्दगी का उपहार दिया है। इस सेवा केंद्र को सुचारू रखने के लिए संस्थान की 15 सदस्य टीम लगी है।इससे पूर्व कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का शाखा संयोजक अलका जैन, अभय जैन ने शॉल, साफा, प्रतीक चिन्ह से अभिनन्दन किया। मुख्य अतिथि कमल नारायण राठी ने कहा की नारायण सेवा की सेवाएं अनुकरणीय है। विवश और वंचित जन को समाज की मुख्यधारा में लाने की मुहीम काबिले तारीफ़ है।