-जिला कलेक्टर ने पूछा आखिर कब पूरा करेंगे स्क्रीनिंग का लक्ष्य,
-सीएमएचओ डॉ मीणा ने मेडिकल ऑफिसर को दिया टार्गेट……
प्रतापगढ। नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रीवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ कैंसर, डायबिटीज, कार्डियो वैस्कुलर डिजीज और स्ट्रोक्स (एनपीसीडीसीएस) कार्यक्रम की समीक्षा में जिला कलेक्टर डॉ अंजली राजोरिया ने लक्ष्य से कम प्रगति पर चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कम प्रगति रिपोर्ट पर चिंता जाहिर करते हुए पूछा मेडिकल ऑफिसर आखिर जागेंगे। वे ज़िला स्वास्थ्य समिति की मासिक बैठक में शामिल होने आई थी। कलेक्टर ने सबसे पहले एनसीडी कार्यक्रम की समीक्षा की। समीक्षा में लक्ष्य के मुताबिक खण्ड की रिपोर्ट सही नहीं थी। इस पर उन्होंने सीएमएचओ डॉ जीवराज मीणा से कहा की सभी सीएचसी और पीएचसी के साथ सबसेंटर पर इस प्रोग्राम की कड़ाई से पालन करवाएं। जिस पर सीएमएचओ ने सभी ब्लॉक को लक्ष्य देकर अगले एक सप्ताह तक लक्ष्य हर हाल में हासिल करने के निर्देश दिए। सीएमएचओ ने कहा कि गैर संचारी रोगों को लेकर जिले के सभी एमओआईसी, एनसीडी नोडल ऑफिसर व सीएचओ एएनएम को लेकर पॉपुलेशन बेस्ड मास स्क्रीनिंग फॉर एनसीडी के तहत 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के जिले के लोगों का एनसीडी स्क्रीनिंग के निर्देश है। फिर बार बार लापारवाही क्यों की जा रही है। उन्होने मरीजों की लक्षणों व सामान्य जांच के आधार पर ऐसे मरीजों को चिन्हित कर उनकी जांच और पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिया। गौरतलब हो कि आशा कार्यकर्ता अपने कार्य क्षेत्र में प्रत्येक परिवारों का फैमिली फोल्डर एवं परिवार के 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी व्यक्तियों का सी- बैक फॉर्म के रूप में भरना होता है। इस अवसर पर उन्होंने सभी एमओआईसी अपने स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थापित एएनएम के माध्यम से अपने क्षेत्र में इनका व्यापक प्रचार प्रसार करें और लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिया।इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने सभी सुविधा संपन्न स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसव करवाने, शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव करवाने, मातृ एवं शिशु मृत्यु रिपोर्ट करने, कुपोषित बच्चों की पहचान करने और उनको आवश्यकअनुसार एमटीसी केंद्र में भर्ती करवाने के निर्देश दिया। बैठक में सभी खंड के बीसीएमओ और सीएचसी, पीएचसी के मेडिकल ऑफिसर मौजूद रहे।