नन्हे मुन्ने बच्चे परमात्मा का रूप होते हैं-राठौड़

पाली। सामाजिक कार्यकर्ता एवं दिल्ली क्राईम ब्यूरो चीफ हरभजन सिंह राठौड़ अपने विदेशी दोस्तों के साथ आज देसूरी पहुंच कर मामाजी नगर एवं बस स्टैंड की बस्ती में पहुंचकर नन्हे मुन्ने बच्चों को नाश्ता व शिक्षा सामग्री वितरण करके बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया गया। मामाजी नगर में सामाजिक कार्यकर्ता सरदार हरभजन सिंह राठौड़ के साथ उनके विदेशी दोस्त शीएन जो लंबे समय से ही भारत में आकर आदिवासी क्षेत्र में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में आर्थिक रूप में कमजोर नन्हे मुन्ने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने का बड़ी पहल करके हमेशा ही अपना कर्तव्य निभाया है।
विदेशी सामाजिक कार्यकर्ता शीएन ने कहा मुझे भारत का सदियों का इतिहास संस्कृति ग्रामीण सभ्यता अच्छी लगती है और खास करके राजस्थान के पाली जिले के देसूरी
और उदयपुर क्षेत्र के भी ग्रामीणों में बहुत अच्छे संस्कार है जो विदेशों से आए हुए अतिथियों का अपने परंपरागत तरीके से शानदार स्वागत करके शानदार बहुमान सत्कार देते हैं जिससे प्रभावित होकर जब कभी मुझे फुर्सत होती है तो मैं अरावली की सुंदर पहाड़ियों के बीचो-बीच रहने वाले ग्रामीणों के साथ एक जिंदगी के पल गुजारने में मुझे शांति मिलती है।
सामाजिक कार्यकर्ता हरभजन सिंह राठौड़ ने बताया पत्रकारिता के क्षेत्र में भी मुझे अलग-अलग दिल्ली के अलावा राजस्थान के  अनेक राज्यों में भी किसानों के नन्हे-मने बच्चे जो आर्थिक रूप में जो पढ़ाई में कमजोर होते हैं उनके लिए शिक्षा सामग्री देकर क्योंकि बच्चों को अगर उच्च शिक्षा मिलती है तो देश के उच्च शिक्षा से मजबूत बनाने के लिए प्रेरित करना मुझे बहुत ही अच्छा लगता है और नन्हे मुन्ने बच्चे क्योंकि परमात्मा का ही रूप होते हैं इंसानियत के लिए एकमात्र जनसेवा ही लक्ष्य है जिसके जरिए राष्ट्र निर्माण में भी एक अमूल्य प्रयास हमेशा रहेगा। इनके साथ विदेशी मेहमानों के अलावा राजस्थान सम्पादक कर्मपालसिंह सवाली के अलावा अनेक ग्रामीण महिलाएं और बड़ी संख्या में नन्हे मुन्ने बच्चे भी मौजूद रहे।

By Udaipurviews

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