राजसमंद, 20 नवम्बर। सीएमएचओ डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल देलवाड़ा सेक्टर के ग्रामीण क्षेत्र में भ्रमण कर समुदाय में दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर ग्रामीणो से फिड बैक लिया। साथ ही संदिग्ध मिजल्स केस को लेकर मरीज के घर विजिट कर सम्बन्धित चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
सीएमएचओ डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल ने विभागीय संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का ग्रामीण क्षे़त्र में क्रियान्वयन का अवलोकन किया तथा आभा आईडी, आयुष्मान कार्ड वितरण, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत ईकेवाईसी की प्रगति की समीक्षा करते हुए शत प्रतिशत उपलब्धी हांसिल करने के लिये निर्देशित किया।
उन्होंने क्षेत्र में टीकाकरण के कार्य को गुणवत्तापूर्ण तरीके से करते हुए शत प्रतिशत कवरेज के लिये निर्देशित किया। उन्होंने देलवाड़ा ग्रामीण क्षेत्र में भ्रमण के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को उपस्वास्थ्य केन्द्रो पर साफ – सफाई एवं स्वच्छता के लिये निर्देशित किया तथा योजनाओं के पात्र परिवारो से संपर्क में रहने के लिये निर्देशित किया। उन्होंने स्थानिय आशा सहयोगिनीयों से आमजन को योजनाओं से लाभान्वित करने के लिये निर्देशित किया।
भ्रमण में उनके साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ जीवन प्रकाश सिमलावत , खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल चौधरी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता पिंकी शर्मा, जीएनएम मुकेश सालवी, आशा महेन्द्रा पालीवाल उपस्थित थे।
टीकाकरण का कवरेज शत प्रतिशत करने के साथ ही गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देंवे
स्वास्थ्य भवन में टीकाकरण को लेकर संचालित प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुए सीएमएचओ डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल ने टीकाकरण का कवरेज शत प्रतिशत करने के साथ ही गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के लिये निर्देशित किया तथा चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों को फिल्ड विजिट में टीकाकरण का वेरीफिकेशन भी करने के लिये निर्देशित किया।
प्रशिक्षण में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने टीकाकरण के पश्चात होने वाले प्रतिकूल परिणामों की रिपोर्टिंग एवं क्वालिटी मेनेजमेंट सिस्टम इन एईएफआई सर्विंलांस एट इम्यूनाइजेशन सेशन साईट लेवल जैसे विषयो पर जानकारी दी। प्रशिक्षण में डब्लूएचओ की सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर डॉ स्वाति मित्तल ने भी विभिन्न प्रजेन्टेशन के माध्यम से टीकाकरण साईट पर गुणवत्ता को लेकर आवश्यक जानकारी एवं प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में चिकित्सा अधिकारी एवं नर्सिंग अधिकारी, कार्मिक उपस्थित थे।