राजसमंद : शीत लहर से बचाव के लिये करे उपाय – सीएमएचओ डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल

अस्पतालो में शीतघात से बचाव के लिये आवश्यक प्रबन्ध के निर्देश
राजसमंद,26 दिसम्बर। प्रदेश व जिले में शीतलहर के प्रकोप के मध्येनजर बुर्जूग व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं एवं बच्चो का विशेष ध्यान रखे तथा बाहर खुले में ना जाने दे। फ्लू , सर्दी खांसी जुखाम के लक्षण मिलते ही नजदीकी चिकित्सा संस्थान में जाकर चिकित्सक से परामर्श ले। ये एडवायजरी सीएमएचओ डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल ने जनहित में जारी की है।
उन्होंने बताया कि जितना हो सके घर में रहे तथा ठंडी हवा, बारिश व बर्फ से संपर्क को रोकने के लिये अनावश्यक यात्रा ना करें। खुद को सुखा रखे, शरीर की गरमाहट बनाये रखने हेतु अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियो को पर्याप्त रूप से ढके। शरीर की गर्मी बचाये रखने के लिये टोपी/हेट, मफलर का प्रयोग करे। स्वास्थ्य वर्धक भोजन करे, पर्याप्त रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिये विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं तथा गर्म तरल पदार्थ नियमित पीएं।
उन्होंने बताया कि शीत लहर के प्रभाव से हाईपोथर्मिया हो सकता है। शरीर में गर्मी की कमी से कंपकंपी, बोलने में दिक्कत, अनिंद्रा, मांसपेशियो में अकड़न, सांस लेने में दिक्कत, निश्चेतन की अवस्था हो सकती है। इसलिये लक्षण पता लगते ही तुरंत उपचार शुरू करवायें। मानवीयता के नाते घर के आस – पास ऐसे पड़ोसी जो अकेले रहते है उनके भी हालचाल पुछते रहें।
चिकित्सा संस्थानो के प्रभारी शीतघात से बचाव के प्रबंध सुनिश्चित करें………..
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल ने जिले के सभी राजकीय चिकित्सा संस्थानो के प्रभारी चिकित्सा अधिकारीयों को निर्देशित किया है कि शीतघात से प्रभावीत मरीजो के उपचार के लिये आवश्यक दवाईंयो एवं आवश्यक उपकरणो की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही संस्थानो में भर्ती मरीजो को शीतघात से बचाव के लिये आवश्यक संसाधनो की उपलब्धता विभिन्न वार्ड्स में सुनिश्चत करें। साथ ही अपने क्षैत्र में संचालित रैन बसेरो में भी टीम भेजकर वहां रह रहे लोगो की चिकित्सकीय जांच करवाये।

By Udaipurviews

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