डूंगरपुर, 25 नवंबर । बिजली क्षेत्र में निजीकरण के विरोध में डूंगरपुर जिले के बिजली विभाग के कर्मचारियों ने सोमवार को अपने कार्य का बहिष्कार किया। सभी एईएन ऑफिस पर धरना देकर निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के आव्हान पर यह विरोध प्रदर्शन किया गया। बिजलीकर्मियों ने निजीकरण के तहत डिस्कॉम में विद्युत केंद्रों के संचालन, कमीशनिंग फीडर, ट्रंकी बेसिस स्कीम, एमबीसी (मीटरिंग, बिलिंग और कलेक्शन) के प्राइवेट टेंडर निकालने पर रोष प्रकट किया।
पुरानी पेंशन और नई भर्तियों की मांग : भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारी नंदलाल पंड्या ने बताया कि सरकार उत्पादन निगम को जॉइंट वेंचर और प्रसारण निगम को इनविट मॉडल के आधार पर निजी हाथों में सौंपने की योजना बना रही है। कर्मचारियों ने इसे विद्युत क्षेत्र के हितों के खिलाफ बताते हुए पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने, नई भर्तियां निकालने और ग्रिड सब-स्टेशनों का संचालन निगम कार्मिकों से करवाने की मांग की। धरना प्रदर्शन के बाद संघर्ष समिति ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो 29 नवंबर को जिला स्तरीय विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में बिजलीकर्मियों ने भाग लिया और सरकार से निजीकरण की नीतियों को तुरंत वापस लेने की अपील की।