उदयपुर, 10 दिसंबर। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचार और इस्कॉन मंदिर के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के खिलाफ उदयपुर में सर्व हिंदू समाज ने विरोध प्रदर्शन किया। मंगलवार सुबह टाउन हॉल से शुरू हुई रैली जिला कलेक्ट्रेट तक पहुंची, जहां प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। रैली में संतों के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और युवा शामिल हुए।
मानवाधिकार हनन के खिलाफ आवाज
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित इस प्रदर्शन में बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के मानवाधिकारों की रक्षा के लिए वैश्विक समुदाय से हस्तक्षेप की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश में हिंदू संगठनों और नेताओं की आवाज दबाने के प्रयासों को अलोकतांत्रिक और मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया।
चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई की मांग
प्रदर्शन के दौरान इस्कॉन मंदिर के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई की विशेष मांग उठाई गई। ज्ञापन में उनकी गिरफ्तारी को अनुचित बताते हुए तुरंत रिहाई की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने इसे हिंदू समाज के नेतृत्व को दबाने और धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला करार दिया।
भारत सरकार और वैश्विक समुदाय से अपील
सर्व हिंदू समाज ने भारत सरकार से बांग्लादेश प्रशासन पर दबाव बनाने और हिंदू समुदाय के मानवाधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की। साथ ही, वैश्विक संगठनों और मानवाधिकार निकायों से भी हस्तक्षेप करने की मांग की गई।
शांतिपूर्ण प्रदर्शन और चेतावनी
शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी गई कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की।