पारम्परिक खान-पान की ओर पुनः लौटने की ज़रूरत – प्रो. सारंगेवोत

बाल दिवस – संस्कृति मेला 2024 का हुआ आगाज
विद्यार्थी, संकाय सदस्य एवं अधिकारियों ने मेले का लुत्फ़ उठाया
विद्यार्थियों ने स्वादिष्ट व्यंजन एवं गेम जोन की 27 स्टाल लगाई
उदयपुर 14 नवम्बर / देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती बाल दिवस के अवसर पर जर्नादन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय की ओर से महाविद्यालय प्रांगण में संस्कृति मेले 2024 का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षणार्थी छात्राध्यापकों को भावी व्यवसायिक जीवन में आने वाले दायित्वों के निर्वहन और भारतीय परंपराओं से रूबरू करवाने के उद्देश्य से आयोजित किए गए मेले का शुभारंभ कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, सरदार पटेल विवि गुजरात के प्रो. संदीप भट्ट, प्राचार्य प्रो. सरोज गर्ग ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर व फीता काटकर किया। मेले में महाविद्यालय के बीएड, बीएड बाल विकास, बीए.बीएड/बी.एससी.बीएड, डीएलएड के प्रशिक्षणार्थियों ने अलग-अलग प्रकार के राजस्थानी व्यंजन दाल-बाटी, राब, दक्षिण भारतीय इडली साभंर, अप्पे और मोमोज जैसे चायनीज व्यंजनों के साथ-साथ मेले का आनंद देने वाले जायके चाट- पकौड़ी ,चाय शिकंजी के 27 स्टॉल लगाए।

इस अवसर पर प्रो. सारंगदेवोत ने वर्तमान समय में बदली जीवनचर्या में पारंपरिक भोजन के स्वास्थ्य लाभ को रेखांकित करते हुए कहा कि हमें पुनः अपने प्राचीन खानपान की ओर लौटना होगा।

इस मौके पर डॉ. रचना राठौड़, डॉ. बलिदान जैन, डॉ. अमी राठौड़, डॉ. सुनीता मुर्डिया सहित विभिन्न विभागों के संकाय सदस्य, मंत्रालयिक कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं अभिभावकों ने मेले का आनंद उठाया।

By Udaipurviews

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