नाथद्वारा में जन्माष्टमी एवं नन्द महोत्सव की तैयारियॉं जोरो पर

नाथद्वारा 5 सितम्बर। पुज्यपाद तिलकायत महाराजश्री एवं चि0 गो0 विशाल बावा सा0 के शुभ आशीर्वाद से पुष्टिमार्गीय वल्लभ सम्प्रदाय की प्रधानपीठ श्रीनाथद्वारा में 7 सितम्बर को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव एवं 8 सितम्बर को नन्द महोत्सव मनाया जायेगा। मन्दिर परिसर में परम्परानुसार जन्माष्टमी के दिन मन्दिर के राजपुरोहित द्वारा प्रातःकाल श्रृंगार के दर्शन में कृष्णावतार के विवरण के साथ श्रीकृृष्ण की जन्मकुण्डली मन्दिर खास में स्थित मणिकोठे से सुनाई जावेगी। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के दूसरे दिन नन्द महोत्सव के अवसर पर सम्पूर्ण मन्दिर में श्रीजी के बड़े मुखियाजी द्वारा नन्द स्वरूप धारण केसर-युक्त दही/छाछ का छिड़काव ग्वाल-बालों के संग मिलकर किया जाता है। इस हेतु मन्दिर मण्डल द्वारा भारी मात्रा में दही/छाछ की व्यवस्था की जाती है। इस दौरान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को श्रीजी के सन्मुख पलने में झुलाये जायेंगे एवं छठी पूजन की रस्म परम्परानुसार की जाकर मन्दिर के द्वारों पर कुमकुम, दूध-दही के छापे लगाये जायेंगे।

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की खुशी में रात्रि के 12.00 बजे रिसालाचौक में 21 तोपों की सलामी दी जावेगी तथा मन्दिर मुख्यद्वार पर नक्कारखाने से ढ़ोल, नक्कारे, बिगुल, शहनाई, थाली-मादल आदि की मधुर ध्वनी से पूरा नाथद्वारा नगर गॅुजायमान होगा।

जन्माष्टमी पर्व की व्यवस्थाओं हेतु ली गई बैठक में  लिये गये निर्णय
परिक्रमा मार्ग में जनरेेटर की व्यवस्था मन्दिर मण्डल द्वारा की जायेगी। मन्दिर मण्डल के विद्युतकर्मी की 24 घंटे मन्दिर परिसर में उपलब्धता रहेगी। समस्त ड्यूटीरत कार्मिकों को परिचय पत्र गले में लगे होंगे।

नगरपालिका द्वारा दुकानों के बाहर एवं अन्य आवश्यक स्थलों पर बड़े ‘बाल्टीनुमा’ कचरा-पात्र आवश्यक रूप से रखवाये जावेंगे, ताकि व्यापारी कचरा सड़कों पर नहीं फेंके। साथ ही वहॉ से कचरा रात्रि में ही ट्रेक्टर से भरकर नियत स्थान पर डलवायेंगे ताकि गंदगी नहीं फैलने पावे। सफाई व्यवस्था सुचारू रहे इस हेतु नगरपालिका पर्याप्त संख्या में सुपरवाईजरी अधिकारी लगावे जावेंगे। इस अवसर पर नगरपालिका द्वारा विशेष-सफाई कार्य कराया जायेगा। नगरपालिका के सफाई कर्मियों की विशेष ड्रेस होगी, ताकि उन्है पहचाना जा सके। गांधी पार्क में स्थित सुलभ कॉम्पलेक्स का उपयोग सुनिश्चित किया जावेगा एवं सफाईकर्मी मौजूद रहेंगे। नगरपालिका का कचरा उठाने वाला वाहन/टेम्पो दर्शन समय के अलावा लगातार चलता रहेगा, ताकि गंदगी बाजारों में न फैलने पावे।

विद्युत विभाग को बॉस उदरथ मन्दिर मण्डल से उपलब्ध कराये जावेंगे। साथ ही पानी, बिजली, नगरपालिका व अन्य विभागों के कार्मिकों को मन्दिर मण्डल द्वारा 5-5 बेजेज तैयार करा उपलब्ध कराये जावेंगे, ताकि मन्दिर परिसर व अन्य सेवा के स्थानों पर उन्हैं जाने में परेशानी न हो। बाजारों में गाये/पशु विचरण न करने पावें व वहॉ पर गोबर व कीचड़ न हो, ऐसी व्यवस्था नगरपालिका द्वारा की जावेगी। वैष्णवों की आवक अभी से बढ़ गई है, अतः न्यॅू कोटेज से प्रीतमपोली तक रोड़ के दोनों तरफ खड़े होेने वाले ठेलो, खोमचे वालों आदि को हटाया जावेगा। आवारा पशु एवं सूअरों का प्रवेश दर्शन एवं शोभायात्रा मार्ग में न हो, इसकी समुचित व्यवस्था नगरपालिका द्वारा की जावेगी। अस्थाई तौर पर माणक चौक, रिसाला चौक, बैंक ऑफ बड़ोदा, न्यॅू कोटेज की तरफ केमेरे लगाये जाकर माणक चौक पर कंट्रोल रूम बनाया जावेगा।

हेण्डी-माईक 5 अतिरिक्त क्रय कर पुलिस विभाग को उदरथ उपलब्ध कराये जावेंगे जो जन्माष्टमी पर्व पश्चात् पुनः जमा होंगे। उपलब्ध हेण्डीमाईक का उपयोग मन्दिर में किया जावेगा।

अद्भुत झॉकियों के साथ घोड़े, नक्कारे, श्रीनाथ बैण्ड, स्थानीय बैण्ड्स, भजन मण्डलियॉ एवं परम्परागत नक्कारा-निशान के साथ सुखपाल में श्रीकृष्ण की बाल स्वरूप की छवि पधराई जाकर विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया जावेगा।

शोभायात्रा मार्ग में जहॉ कहीं गड्ढे हो रहे हैं अथवा झॉकियों के छोटे वाहनों को निकलने में दिक्कत प्रतित हो, वहां पेच-वर्क नगरपालिका द्वारा तत्काल करवाया जावेगा। माणक चौक एवं मोतीमहल चौक में कंट्रोल रूम बनाये जाकर वहॉ पर पानी, कुर्सी-टेबल, माईक सैट की व्यवस्था होगी। टेक्सी स्टेण्ड, सब्जी मण्डी, गोविन्द चौक, लालबाजार एवं महादेवजी की घाटी से दो-पहिया वाहन प्रवेश नहीं होगा। दर्शनों के समय, मन्दिर में, आपातकाल में वैष्णवों के लिये पानी व चिकित्सा की व्यवस्था रहेगी।

जन्माष्टमी एवं नन्द महोत्सव के दिन दर्शन हेतु महिलाओं एवं पुरूषों का प्रवेश नक्कार खाना से होगा व निकासी मोतीमहल व नक्कारखाना के तीसरे गेट से रहेगी। नन्द महोत्सव के दिन प्रातः 7.30 से 11 बजे के दही-छाछ छिड़काव के दर्शन में पुरूषों का प्रवेश प्रीतमपोली से एवं महिलाओं का प्रवेश नक्कारखाना से होगा व सभी की निकासी मोतीमहल व नक्कारखाना के तीसरे गेट से रहेगी। दर्शनों के समय की जानकारी हेतु विभिन्न स्थानों पर फ्लेक्स लगाये जावेंगे।

दर्शनार्थी मोतीमहल से प्रवेश नहीं करें, इसकी माकूल व्यवस्था की जावेगी
नाथूवास की तरफ से आने वाले वाहनों को नगर में प्रवेश नहीं देकर 120 फीट रोड़ पर पार्किंग की तरफ भेजा जावेगा। बस स्टेण्ड से आने वाले वाहनों को बेण्ड लाईन पार्किंग में पार्क कराया जावेगा। हायर सैकण्डरी स्कूल व मोडर्न स्कूल में दो पहिया व छोटे वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था रहेगी। शोभायात्रा के समय, शोभायात्रा के मार्ग में दो पहिया वाहनों को पुलिस प्रशासन द्वारा रोका जावेगा।

शोभायात्रा रिसाला चौक से प्रारंभ होकर गॉधी रोड़, देहलीबाजार, गुर्जरपुरा, बड़ा बाजार, मन्दिर परिक्रमा, प्रीतमपोली, नया बाजार एवं चोपाटी से होकर रिसालाचौक में विसर्जित होगी।

जन्माष्टमी के दिन पंचामृत स्नान के दर्शन हेतु प्रातः 3 बजे से भीड़ इकट्ठा हो जाती है, अतः वहॉ पर पर्याप्त पुलिस जाप्ता लगाया जावेगा। इसी प्रकार रिसाला चौक में रात्रि 11 से 12 बजे तक भारी भीड़ रहेगी, अतः वहॉ भी पर्याप्त पुलिस जाप्ता लगाया जावेगा।

मन्दिर मण्डल का चिकित्सालय दोनों दिन 24 घंटे (दिन-रात) खुला रहेगा। मन्दिर मण्डल की एम्बूलेन्स मोतीमहल में रहेगी। राजकीय चिकित्सालय की एक एम्बूलेन्स पूर्ण साजो-सामान व चालक सहित, राजकीय चिकित्सालय में तैयार रहेगी, इस हेतु प्रमुख चिकित्साधिकारी को आवश्यक निर्देश दिये गये। एक राजकीय चिकित्सा टीम (दवा सहित) जन्माष्टमी को प्रातः 3 बजे से रात्रि 12 बजे तक एवं नन्द महोत्सव को प्रातः 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक राउण्ड-द-क्लॉक माणक चौक स्थित कन्ट्रोल रूम पर मय चालक व प्राथमिक चिकित्सा सुविधा के उपस्थित रहेगी। साथ ही आपात व्यवस्था हेतु न्यॅू कोटेज परिसर पर राजकीय चिकित्सालय, नाथद्वारा की एक चिकित्सा टीम मय दवा व एम्बूलेन्स/ड्राईवर के उपलब्ध रहेगी।परम्परानुसार जन्माष्टमी के दिन रात्रि में 12 बजे श्रीकृष्ण जन्म पर 21 तोपो की सलामी दी जावेगी। रिसाला चौक में परम्परानुसार तोपे दागने के समय डबल बेरिकेडिंग कराई जावेगीे ताकि किसी प्रकार के हादसे का अंदेशा नहीं रहे।

आगजनी की आशंका को ध्यान में रखते हुऐ 7 एवं 8 सितंबर के लिये बड़ी फायरब्रिगेड फायरब्रिगेड रिसाला चौक के सामने की तरफ व छोटी फायरब्रिगेड गोविन्द चौक की तरफ उपलब्ध रहेगी।

नक्कारखाना, मनोरथी गेट, वनमालीजी मन्दिर एवं मोतीमहल में पानी के केम्पर व छोटी बोतलों की व्यवस्था रहेगी।

जन्माष्टमी एवं नन्द महोत्सव पर दर्शन समय
7 सितंबर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर मंगल पंचामृत प्रातः 4.45 से लगभग 2 घंटे तक रहेगा तथा श्रृंगार के दर्शन प्रातः 9.30 बजे से लगभग 1 घंटे तक रहेंगे। राजभोग के दर्शन दोपहर 12.30 बजे से लगभग डेढ़ घंटे तक रहेगा एवं भोग आरती रात्रि 7.30 बजे से लगभग 1 घंटा तक तथा जागरण रात्रि 8.30 बजे से लगभग 3 घंटे तक रहेगा।

8 सितंबर को नंद उत्सव पर केसर युक्त दही/छाछ छिड़काव प्रातः 7.30 से  11 तक रहेगा। मंगल एवं श्रृंगार अपराहन 12 बजे से लगभग आधा घंटा तक रहेगा। उसके बाद राजभोग दोपहर 12.15 बजे से लगभग 1 घंटा रहेगा। उत्थापना रात्रि 7 से लगभग आधा घंटा तक रहेगा एवं भोग एवं आरती रात्रि 8 बजे से लगभग 1 घंटा रहेगा।

जन्माष्टमी एवं नंद महोत्सव के दिन दर्शन हेतु महिलाओं एवं पुरुषों का प्रवेश  नक्कारखाना से होगा व निकासी मोतीमहल व नक्कारखाना के तीसरे गेट से रहेगी। नंद महोत्सव के दिन प्रात 7.30 से 11 बजे तक दही/छाछ साथ छिड़काव के दर्शन में पुरुषों का प्रवेश प्रितमपोली से एवं महिलाओं का प्रवेश नक्कारखाना से होगा। वह सभी निकासी मोती महल व नक्कारखाना के तीसरे गेट से रहेगी।

विशेषः- सेवा पूजा परंपरा एवं विधि विधान से होने के कारण किसी भी दर्शन के समय में परिवर्तन संभव

By Udaipurviews

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