जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक
डूंगरपुर, 03 मार्च/होली के साथ ही त्योहारों के सीजन की शुरुआत को देखते हुए जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए डूंगरपुर जिला प्रशासन और पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। त्योहार की खुशियों के बीच छोटी-सी घटना बड़ा रूप ले सकती है, इसलिए आमजन को भी पूरी तरह सतर्क रहना चाहिए और कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे, तो तुरंत पुलिस और प्रशासन को सूचित करें। जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री ने शुक्रवार को जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक में उपस्थित जिले के विभिन्न हिस्सों से आए शांति समिति के सदस्यों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, धार्मिक प्रतिनिधियों आदि को सम्बोधित करते हुए यह बात कही।
मिलजुल कर त्योहार मनाएं, खुशियां बांटें- जिला कलक्टर
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले के विकास के लिए शांति व भाईचारा आवश्यक है। हमें सामाजिक सद्भाव के साथ विकास के पथ पर बढ़ना है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर धार्मिक, सामाजिक सौहार्द को प्रभावित करने वाली पोस्ट की सूचना पुलिस को दें। शांति समिति के सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र में जाकर युवाओं को जागरूक करने तथा शांति एवं भाईचारे के साथ त्योहार मनाने और प्रशासन का सहयोग करने का भरोसा दिलाया। जिला कलक्टर ने कहा कि त्योहारों में परंपराओं और संस्कृति का विशेष महत्व है, लेकिन ऐसी कोई घटना न हो, जिससे त्योहारों की खुशियांे में खलल पड़े।
शांति समिति के सदस्यों ने कहा कि डूंगरपुर जिले में प्रेम और सामाजिक सौहार्द की परंपरा रही है। पुलिस प्रशासन व जनता को मिलकर शांति, भाईचारा कायम रखना है। इसके लिए सभी जागरूक रहें, युवाओं को सोशल मीडिया पर धार्मिक व कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाली सूचनाओं को डालने व फारवर्ड करने से रोकें।
संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात रहेगी पुलिस की विशेष टीमें- एसपी कुंदन कंवरिया
जिला पुलिस अधीक्षक कुंदन कंवरिया ने कहा कि कानून के लिए सभी समान हैं। पुलिस सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले नागरिकों पर निगरानी रख रही है। कोई भी अपराधी अथवा भ्रामक सूचनाओं को फारवर्ड करने वाला पुलिस की गिरफ्त से बच नहीं पाएगा। असामाजिक तत्वों, कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वालों की सूचना समय पर पुलिस को दें। धार्मिक स्थलों, संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस की विशेष टीमें तैनात रहेगी।
जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक ने शांति समिति के सदस्यों से सुझाव भी मांगे। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में गश्त बढ़ाने, आगजनी की आशंका को देखते हुए फायर र्ब्रिगेड की पुख्ता व्यवस्था, बोर्ड परीक्षा को देखते हुए निर्धारित समयावधि में डीजे, लाउडस्पीकर आदि का प्रयोग, रात्रि के समय महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा प्रबंध, प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी लगाने, किरायेदारों और फेरी लगाने वालों के सत्यापन सहित कई अहम सुझाव दिए गए, जिस पर जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक ने आवश्यक कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी, जिले के सभी उपखंड अधिकारी और पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।