प्रतापगढ़ 3 फरवरी। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत इन्टीग्रेटेड रोड़ एक्सीडेंट डाटाबेस (आईआरएडी) प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) के तकनीकी सहयोग से वर्तमान में राजस्थान सहित पूरे देश में किया जा रहा है। राजस्थान में यह प्रोजेक्ट मार्च, 2021 में पाँच राज्यों सहित पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया था।
एनआईसी के जिला सूचना-विज्ञान अधिकारी कमल नयन पांडिया ने जानकारी दी कि आईआरएडी मोबाईल एप पर आधारित प्रोजेक्ट है। वर्तमान में इस प्रोजेक्ट से पुलिस, परिवहन, चिकित्सा, एनएचएआई व पीडब्ल्यूडी विभाग जुड़े हुए है जिनके द्वारा अपने अपने स्तर पर सड़क दुर्घटना से जुड़ी जानकारी व सूचनायें जैसे दुर्घटना स्थल के फोटो/विडियो, जीपीएस लोकेशन, समय-दिनांक तथा अन्य जानकारी मोबाईल एप के माध्यम से अपलोड की जाती है। बाद में इन आंकड़ों का आईआईटी चेन्नई के सहयोग से वैज्ञानिक विश्लेषण किया जाएगा तथा इससे जॉइंट इंस्पेक्शन रिपोर्ट तैयार कर जिला कलक्टर के निर्देशन में जिला स्पेशल टास्क फोर्स के द्वारा समय≤ पर इस एप्लीकेशन के माध्यम से सड़क निरीक्षण कर ब्लैक स्पॉट्स का पता लगा कर व उचित कार्यवाही की जाकर भविष्य में होने वाली इन दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकेगी।
इस प्रोजेक्ट के जिला रोल आउट मैनेजर अरुणवृत सिंह ने बताया कि इसके सफल क्रियान्वयन के लिए पुलिस विभाग सहित समस्त विभागों में सतत प्रशिक्षण का आयोजन किया जाकर प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी व मोबाईल एप की कार्यप्रणाली के बारे बताया गया है एवं प्रोजेक्ट की लगातार मोनिटरिंग की जा रही है तथा आईआरएडी प्रोजेक्ट के तहत ई-डीएआर (इलेक्ट्रॉनिक डिटेल एक्सीडेंट रिपोर्ट) पोर्टल का विकास भी किया जा रहा है जिससे भविष्य में एक्सीडेंट क्लेम्स का सेटलमेंट समय पर किया जा सकेगा। इस पोर्टल पर संग्रहित डेटा के अनुसार पिछले 2 वर्षो में प्रतापगढ़ जिले में लगभग 400 से अधिक छोटी-बड़ी दुर्घटनाऐ हुई है।
जिला कलक्टर ने वीसी के जरिये अधिकारियों से की विभिन्न योजनाआंे की समीक्षा
ई-मित्र संचालक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर उपस्थित रहे-जिला कलक्टर
प्रतापगढ़ 3 फरवरी। जिला कलक्टर डाॅ. इन्द्रजीत यादव की अध्यक्षता में शुक्रवार को सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार भवन प्रतापगढ़ के विडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ब्लाॅक स्तर पर अधिकारियों से चर्चा कर योजनाओं एवं विभिन्न कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने समस्त अधिकारियों को कहा कि वे ग्राम पंचायत व पंचायत समिति मुख्यालय पर जो ई-मित्र संचालक उपस्थित नही रहता उसको ब्लैक लिस्ट करने के निर्देष दिए।
जिला कलक्टर ने वीसी के जरिये अधिकारियों को कहा कि वे निःषुल्क युनिफार्म वितरण योजना के तहत बच्चे शत प्रतिषत युनिफार्म पहनकर आने व सभी बच्चांे का जनाधार गेप को दूर कर सीडिंग करवाने एवं गुगल शीड पर सभी सीबीईओ सूचना अपडेट करवाने के निर्देष दिए। उन्होंने स्वच्छ भारत मिषन योजना के तहत वंचित ग्राम पंचायत स्तर पर नवीन शौचालय का निर्माण कराने व सामुदायिक शौचालयों में पानी की टंकी, विद्युत कनेक्षन, हैण्डवाॅस, महिला, पुरूष व दिव्यांग शौचालय का पृथक-पृथक निर्माण करवाने व दिव्यांग के लिए रैम्प व शौचालयों की साफ-सफाई व टुट-फूट आदि का निर्माण कर बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने व बकाया शौचालयांे का जल्द से जल्द भुगतान करवाने के निर्देष दिए।
जिला कलक्टर ने खाद्य सुरक्षा योजना के तहत जो भी लंबित आवेदन है उसका निस्तारण कर पात्र का नाम जोड़ने व सामाजिक सुरक्षा पेंषन योजना के तहत सत्यापन कराने व बकाया पालनहारांे का भी जल्द से जल्द सत्यापन कराने के निर्देष दिए। उन्होंने शहरी इन्दिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत प्रतापगढ़, छोटीसादड़ी व धरियावद में जाॅब कार्ड की संख्या बढ़ाने व इन श्रमिकों से पार्को का सौंदर्यकरण करवाने, डिवाईडरों पर पेन्ट करवाने, श्मषान घाट का निर्माण करवाने, वृ़क्षारोपण आदि कार्य करवाने के निर्देष दिए। उन्होंने इन्दिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत दिए गए लक्ष्यांे को अर्जित करने व फसल की क्राॅप कटिंग पटवार स्तर, राजस्व स्तर व कृषि विभाग द्वारा आॅनलाईन करवाने के निर्देष दिए। उन्होंने अधिकारियांे को कहा कि वे कृषि विभाग को गिरदावरी की रिर्पोट जल्द से जल्द उपलब्ध कराए ताकि कार्यवाही की जा सके। उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत वंचित आवेदनांे को षीघ्र निस्तारण करवाने के निर्देष भी दिए।
प्रतापगढ़ डीओआईटी से जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामचन्द्र बैरवा, नगर परिषद आयुक्त जितेन्द्र कुमार, मुख्य जिला षिक्षा अधिकारी प्रहलाद पारिक, माध्यमिक जिला षिक्षा अधिकारी वसुमित्र सोनी, प्रारंभिक जिला षिक्षा अधिकारी महेषचन्द्र आमेटा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेषक डाॅ. टीआर आमेटा, जिला रसद अधिकारी बनवारीलाल मीणा व कृषि विभाग के उपनिदेषक कृष्ण कुमार सहित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे व ब्लाॅक स्तर पर उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, विकास अधिकारी, सीबीईओ सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।