उदयपुर 09 दिसम्बर : जैन इंजीनियर्स सोसाइटी उदयपुर शाखा के प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष अरुण कोठारी एवं सचिव प्रकाश जैन के नेतृत्व में 42 सदस्यों के दल ने पिपलांत्री गाँव का दौरा किया व इस गाँव में लड़कियों की सुरक्षा, वृक्षारोपण एवं उनकी सुरक्षा, जल सरक्षण प्रबंधन, राजकीय योजनाओं की जमीन पर क्रियान्विति आदि पर हो रहे कार्य का अध्ययन किया | गाँव के सरपंच पद्म श्री श्याम सुंदर पालीवाल ने उपरोक्त सभी योजनाओं की क्रियान्विति के बारे में विस्तार से बताया व पूरे क्षेत्र का भ्रमण करवाया |
श्री पालीवाल ने बताया कि इस गाँव के लिए सब से ज्यादा जरूरी पानी की समस्या को हल करना था क्योंकि गाँव के आस पास पूरा मार्बल माइनिंग क्षेत्र होने से ग्राउन्ड वाटर लेवल 500 फीट से भी नीचे चला गया | चारागाह की जमीन पर खान मालिक मलबा डाल देते थे उसे रुकवाया एवं गहन वृक्षारोपण करवाया | परिणाम स्वरूप आज पूरा गाँव हरभरा है तथा वाटर लेवल पुनः 50 फीट पर आ गया | गाँव में लड़कियों की जन्म दर का अनुपात कम हो गया था इसके लिए कन्या सुरक्षा के प्रयासों के तहत गाँव वालों के सहयोग से कन्या के नाम पर 31000/- की एफ डी कारवाई जाति है | बेटियों की शिक्षा पर काम कर रहे हैं जिससे बेटियाँ पढलिखकर आत्म निर्भर बन सके | जिस किसी के यहाँ कन्या का जन्म होता है उसके द्वारा 111 वृक्ष लगाए जाते हैं व उनकी देखभाल की जाति है | जितना भी कार्य इस गाँव में किया है वह सरकार की योजनाओं को सही तरीके से मूर्त रूप दिलवाकर एवं दानदाताओं के आर्थिक सहयोग से किया है | में पूरे गाँव को होम स्टे की व्ययस्था के साथ पर्यटन विलेज बनाना चाहता हूँ जिससे प्रत्येक परिवार को प्रति माह कम से कम 60000/- रुपये की आय हो सके | हमने पूरे गाँव को सार्वजनिक सौच से मुक्त कर महिलाओं को बहुत बड़ी समस्या से मुक्त किया है | राज्य सरकार से निवेदन कर जल सरंक्षण के लिए ट्रैनिंग सेंटर एवं छात्रावास का निर्माण करवाया है | प्रधान मंत्री योजना के तहत गाँव में सभी घरों में सोलर लगवाया जा रहा है जिसके लिए फार्म भरवाने के केंप व लोन के लिए भी केंप लगवाए जा रहे हैं | सरकार की प्रत्येक योजना को धरातल पर उतारने के लिए सभी विभागों व अधिकारियों का पूरा सहयोग किया जाता है |
सोसाइटी के सदस्यों द्वारा श्याम सुंदर पालीवाल का उपरना, पगड़ी, शॉल व समृत्ति चिन्ह से सम्मान किया गया | इस अवसर पर राजसमंद खनि अभियंता ललित बाछड़ा भी उपस्थित थे | सोसाइटी के सदस्य अविनाश करणपुरिया, डॉ अशोक जेतावत, बसंत दक, सुंदर लाल जैन, आर के सिंघवी, वाई के बोलिया, प्रकाश सिंघवी, युव राज खमेसरा, आर एल जैन, सुरेन्द्र कोठारी, आलोक सुराना, अभय लोढ़ा, सी पी बोहरा, नरेंद्र लोढ़ा, ओ पी जैन, विजय भानावत, रमेश धींग सहित बड़ी संख्या में पुरुष एवं महिला सदस्यों ने उपस्थित रहकर एक व्यक्ति किस प्रकार से समाज एवं प्रकृति को अपना योगदान दे सकता है इसका अवलोकन एवं अनुभव किया | तुलसी निकेतन स्कूल के छात्रों द्वारा भी साथ में भ्रमण कर इस अनुभव का लाभ प्राप्त किया |