उदयपुर। पायल तलेसरा ने महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रोैद्योगिकी विश्वविद्यालय ने चीना(पैनिकम मिलिएसियम एल,)एवं कच्चे कैले(मूसा पैराडिसियाका) के आटे पर आधारित नवीन सुविधाजनक खाद्य पदार्थो का विकास एवं उनके मूल्यांकन पर आपना शोध कार्य कर पीएचडी प्राप्त की।
तलेसरा ने अपनी पीएचडी सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय के खाद्य विज्ञान व पोषण विभाग की डॉ. विशाखा सिंह के निर्देशन में पूरी की। पायल ने बताया कि वर्तमान शोध के नतीजे बताते है कि ये निर्मित खाद्य अच्छे पोषण व कार्यात्मक गुणों वाले है।
यह शोध भारत सरकार के मिलेट्स के सेवन को बढ़ावा देने के प्रयास की दिशा को ध्यान में रखते हुए किया गया। इस शोध में निर्मित श्री अन्न(मिलेट्स) खाद्य पदार्थ पोषण से भरपूर है व स्वास्थ्य के लाभकारी भी है। इस शोध को निर्धारित तीन वर्ष की अवधि में पूर्ण किया गया।
नवीन सुविधाजनक खाद्य पदार्थो का विकास एवं उनके मूल्यांकन पर पायल तलेसरा ने की पीएचडी
